नई दिल्ली : क्रिकेट को पाक साफ करने का वादा करते हुए बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने आज आईसीसी चेयरमैन पद से एन श्रीनिवासन को हटाने की कवायद में उनके खिलाफ जांच के संकेत दिये। बीसीसीआई में चल रही अंतर्कलह ने पिछले सप्ताह खराब मोड़ ले लिया जब ठाकुर ने कहा कि श्रीनिवासन को सटोरियों के बारे में जानकारी अपने परिजनों को देनी चाहिये जिनकी सट्टेबाजी में भागीदारी साबित हो चुकी है।

ठाकुर का मानना है कि अध्यक्ष पद पर श्रीनिवासन के कार्यकाल के दौरान उनके गतिविधियों की जांच होनी चाहिये। उन्होंने टीवी चैनलों से कहा, एसजीएम एक विकल्प है और बीसीसीआई सारे ब्यौरे की जांच करेगा। हम किसी को बलि का बकरा नहीं बनाना चाहते। यदि कोई सबूत मिला तो कार्रवाई की जायेगी। श्रीनिवासन सितंबर तक आईसीसी में बीसीसीआई के नामित सदस्य हैं और सबूतों के आधार पर हम फैसला लेंगे कि वह इस पद पर बने रहेंगे या नहीं। ठाकुर ने सटोरियों से उनके ताल्लुकात संबंधी आईसीसी के पत्र के बाद इसके पीछे श्रीनिवासन का हाथ होने का आरोप लगाया था। हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ के अध्यक्ष ने कहा था कि कथित सटोरिये करण गिलहोत्रा से उनका नाम जोड़ने के पीछे मकसद उनकी छवि खराब करना है।

ठाकुर ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि छवि खराब करने के लिये इस तरीके से पत्र लिखा गया। मैंने उसका जवाब दे दिया है और मसला खत्म हो गया है। इसमें सारा ब्यौरा है। उन्होंने कहा, काश उन्होंने (श्रीनिवासन) मुझसे वह सूचना तब बांटी होती जब मैं संयुक्त सचिव था। वह दूसरों से भी यह जानकारी बांटते तो सभी को पता होता कि कौन संदिग्ध सटोरिया है।

उन्होंने कहा, लेकिन आईसीसी की ओर से पत्र लिखा गया। संदिग्ध सटोरिये की पुष्टि नहीं हुई और उसके बारे में अफवाहें भी अपुष्ट है। मैं इस अपुष्ट हिस्से पर टिप्पणी नहीं करना चाहता। अपने अध्यक्ष काल में श्रीनिवासन द्वारा बीसीसीआई अधिकारियों की जासूसी कराये जाने पर ठाकुर ने कहा कि संजीदा आरोपों की जांच की जानी चाहिये।

उन्होंने कहा, मैंने मीडिया में ही रिपोर्ट देखी है। कार्यसमिति की बैठक में इस पर बात नहीं की गई। यह संजीदा मसला है और मैने बीसीसीआई पदाधिकारियों को लिखा है कि वे बतायें कि ऐसी किसी एजेंसी की सेवायें ली गई थी या नहीं। मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है। ठाकुर ने कहा कि नये अध्यक्ष जगमोहन डालमिया के साथ वह भारत में क्रिकेट को साफ सुथरा बनाना चाहते हैं।

उन्होंने कहा, पिछले कुछ साल में हमने बीसीसीआई को कई विवादों में घिरे देखा है जिससे बोर्ड की छवि खराब हुई है। हम इस पर काम कर रहे हैं। मैं सभी प्रशंसकों को आश्वासन देना चाहता हूं कि क्रिकेट के हित में हर कदम उठाया जायेगा।