साहिबाबाद:  इस्लामी मदरसों के छात्रों को देश प्रेम की शिक्षा देकर देश भक्त बनाया जाता है ,ताकी वे समाज में जा कर मानवता का पाठ तथा भाई-चारे का संदेश दें उपरोक्त  विचार प्रसिद्व इस्लामिक विद्ववान व आॅल इंडिया उलेमा काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना एजाज़ अहमद खान रज़्ज़ाकी ने इस्लामी मदरसा मोहिउद्दीन पूर कनाउनी के वार्षिक जलस में प्रकटकिये।   मौलाना एजाज़ अहमद खान रज़्ज़ाकी ने आगे कहा कि पैगमबर-ए-इस्लाम ने भी धर्म से उपर उठकर मानवता के लिये अनगिनत सामाजिक कार्य किये है हमें उन्के कार्य को अपना मार्ग र्दशन बनाना चाहिये।  

श्री रज़्ज़ाकी ने कहा कि इस्लाम धर्म ने आपस की नफरत और उंच-नीच की दीवार को तोड़ कर जाति-धर्म से उपर उठ कर भाई-चारे का संदेश देता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये किशनगंज बिहार के सांसद मौलाना असरारूल हक कासमी ने अपने संबोधन मे कहा कि जिस समुदाय ने शिक्षा की दिशा में बढ़ोतरी किया है समाज में उसे ही इज़्ज़त कि निगाह से देखा जाता है।  आज हमारा समाज तालीम में बहुुत पिछड़ा है हमें शिक्षा पर ध्यान देना चाहिये।  जनसभा को  मौलाना शाहीन जमाली चतुर्वेदी मेरठ ,मौलाना एहसान  अहमद देवबंद, मौलाना असलम कासमी, मुफति गय्यूर अहमद कासमी आदि ने भी संबोधित किया।  इस अवसर पर कारी शमीम अहमद, मौलाना अलताफ़ आलम, हाफिज़ खालिद, आदी के साथ हज़ारों लोग उपस्थित थेे।