वाराणसी : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने वाराणसी के बाबतपुर में गेहूँ क्रय केन्द्र पिड़रा, धान खरीद केन्द्र बाबतपुर और साधन सहकारी समिति बाबतपुर और चिरई गांव खरीद केन्द्र में खरीद में अनियमितताओं की शिकायत पर अचानक छापा मारा। डा0 बाजपेयी के छापों से वहां भगदड़ मच गई। गेहूँ क्रय केन्द्र पिड़रा में केन्द्र प्रभारी श्रीमती अरूणा उपाध्याय का दावा कि 45 सौ बोरे और 25 लाख 1 हजार की क्रय क्षमता के विपरीत किसान हीरालाल यादव ने प्रदेश अध्यक्ष को बताया कि गेहूँ क्रय केन्द्र बंद था।

डा0 बाजपेयी ने आरोप लगाया कि तीनों जगहों पर भारी अनियमितता पाई गयी। गेहूँ क्रय केन्द्र बाबतपुर में छन्ना छानने वाली मशीन नहीं थी। पंखा कभी नहीं चला, तथाकथित खरीद पर क्रेता और विक्रेता किसी के हस्ताक्षर नहीं थे। धान खरीद केन्द्र बाबतपुर में 7.50 लाख की क्रय क्षमता का गोदाम बंद मिला, गोदाम महीनों से नहीं खुला था तथा क्रय केन्द्र के अधिकारी अभया शंकर सिंह किसी भी प्रश्न का जबाव नहीं दे सके। डा0 बाजपेयी ने बताया कि साधन सहकारी समिति बाबतपुर में केन्द्र सचिव अजय सिंह को एस.डी.ए.एम. का नाम नहीं पता था तथा 3 लाख रूपये क्रय क्षमता के केन्द्र का रजिस्टर नहीं मिला।

डा0 बाजपेयी ने छापों के बाद आरोप लगया कि केन्द्र सरकार ने गेहूँ खरीद के जिन मानकों में छूट दी है, प्रदेश की सपा सरकार उनका प्रचार-प्रसार नहीं कर रही है और न ही खरीद में मानकों की छूट का ध्यान रख रही है।