मुख्यमंत्री ने मृतक किसानों के आश्रितों को चेक प्रदान किए

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज जनपद बांदा भ्रमण के दौरान पुलिस लाइन में 14 मृतक किसानों के आश्रित परिजनों को कृषक दुर्घटना बीमा योजना के तहत 05-05 लाख रुपये के चेक प्रदान किए। इन किसानों की विभिन्न दुर्घटनाओं में मृत्यु हो गई थी। श्री यादव ने 02 किसानों के आश्रित परिजनों को खलिहान दुर्घटना बीमा योजना के 02-02 लाख रुपये के चेक भी प्रदान किए। 

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर मृतक किसानों के परिजनों को सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि गांव, गरीब, किसान समाजवादी सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। राज्य सरकार संकट की घड़ी में किसानों को अकेला नहीं छोड़ सकती। मृतक किसानों के परिजनों को हर सम्भव मदद का आश्वासन देते हुए श्री यादव ने कहा कि प्राप्त धनराशि का बच्चों की शिक्षा जैसी अच्छे और उपयोगी कामों में इस्तेमाल करें। जनपद बांदा के जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को इस मौके पर बताया कि मृतक किसानों की विधवाओं की विधवा पेंशन तत्काल स्वीकृत करने के साथ ही आश्रित परिजनों के लिए 50 किलोग्राम गेहूं व 25 किलोग्राम चावल आदि खाद्य सामग्री का वितरण भी किया गया है।

पिछले दिनों आए भूकम्प में मारे गए लोगों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए श्री यादव ने कहा कि राज्य सरकार भूकम्प में मृत प्रदेशवासियों के परिजनों को आर्थिक सहायता पहुंचा रही है। भूकम्प की सूचना प्राप्त होते ही स्थिति से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाए गए। भूकम्प से प्रभावित पड़ोसी मित्र देश नेपाल में राहत व बचाव के लिए प्रदेश सरकार ने तत्परता से पहल की है। नेपाल सीमा से लगे जिलों में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। इन राहत शिविरों में खान-पान व उपचार आदि की समुचित व्यवस्था की गयी है। 

गौरतलब है कि राहत सामग्री के रूप में 18 ट्रक मिनरल वाटर, 18 ट्रक बिस्किट एवं अन्य ड्राईफूड, 05 ट्रक मैगी/नूडल्स, 02 ट्रक दवाइयां/क्लीनिकल सामग्री, 08 ट्रक खाद्य सामग्री, (चावल, दाल, आटा, आलू, प्याज इत्यादि) भेजे जा चुके हैं। इसके अलावा, बिहार से लगी हुई नेपाल की सीमा पर किंगजार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ के चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ एवं एम्बुलेंस भरतपुर एवं बीरगंज क्षेत्र में चिकित्सीय सहायता हेतु तैनात किए गए हैं। परिवहन निगम की कुल 117 बसों से काठमांडू एवं 52 बसों से भैरहवा/सोनौली से कुल मिलाकर 8881 भूकम्प पीडि़त व्यक्तियों को गोरखपुर लाया जा चुका है। इसके अतिरिक्त 14 बसें काठमाण्डू से भूकम्प पीडि़तों को लेकर प्रस्थान कर चुकी हैं तथा 84 वाहन अभी भी पीडि़तों के लिये काठमाण्डू में उपलब्ध हंै।