लखनऊ: राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष जरीना उस्मानी ने गत 27 अपै्रल को इलेक्ट्रानिक मीडिया के विभिन्न चैनलों में प्रसारित जनपद बलरामपुर तथा जनपद गाजियाबाद की महिला उत्पीड़न की घटना का स्वतः संज्ञान लेते हुए संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षकों को पत्र भेजकर आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिये थे तथा साथ ही टेलीफोन वार्ता कर घटना की जानकारी प्राप्त की थी। इस संबंध में आज 28 अप्रैल को बलरामपुर जिले से आख्या प्राप्त हुयी जिसमें कहा गया है कि इस प्रकरण में थाना तुलसीपुर में चार अधियुक्तों के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया है तथा अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए दाबिश दी जा रही है। इस प्रकरण में शिथिलता बरते जाने के संबंध में उपनिरीक्षक आलोक कुमार सिंह एवं प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार राय की लापरवाही किये जाने के कारण निलम्बित किया जा चुका है तथा उनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही प्रचलित है। इसी प्रकार जनपद गाजियाबाद से प्राप्त पुलिस आख्या में बताया गया है कि विवेचना के दौरान शादी में बनाई गई वीडियो फुटेज के अवलोकन से पीडि़ता द्वारा की गयी पहचान के आधार पर अभियुक्त महेश चन्द्र पुत्र श्री कमल सिंह जनपद बुलन्दशहर प्रकाश में आया है जिसे आज 28 अप्रैल को गिरफ्तार किया जा चुका है।

आज 28 अप्रैल को भी इलेक्ट्रानिक मीडिया एवं विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित लखीमपुर, लखनऊ, बदांयू, वाराणसी तथा गाजियाबाद जिलों की महिला उत्पीड़न की घटनाओं को भी आयोग की अध्यक्ष ने स्वतः संज्ञान लेते हुए संबंधित पुलिस अधीक्षकों को पत्र से तथा टेलीफोन से वार्ता कर घटना की पूर्ण जानकारी प्राप्त की तथा पुलिस अधिकारियों से आख्या उपलब्ध कराने तथा दोषियों को शीघ्र पकड़कर दण्डित किये जाने के निर्देश दिये हैं।