लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी द्वारा किये गये धरना प्रदर्शन को फ्लाप बताते हुए कहा कि धरना प्रदर्शन से किसान के मुद्दे गायब थे इसीलिए बसपा नेता आपदा के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दोषी ठहराने में जुट गये। पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने बसपा सुप्रीमों पर पर हमला करते हुए कहा कि बसपा सरकार के कार्यकाल में मुख्यमंत्री रहते हुए मायावती ने अपनी ही मूर्तियों की स्थापना के लिए सरकार का दुरूपयोग कर जमीन को लुटा, लोगों को  याद भट्ठा परसौल। श्री पाठक ने बसपा के धरना प्रदर्शन के दौरान बसपा नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर अर्नगल और आपत्ति जनक टिप्पणी के लिए बसपा प्रमुख को कसूरवार मानते हुए उनसे सार्वजनिक रूप से माफी जाने की मांग की।

 सोमवार को पार्टी मुख्यालय पर बसपा के धरना प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि सपा के साथ नूराकुश्ती का खेल खेलने में जुटी बहुजन समाज पार्टी भूमि अधिग्रहण को लेकर भ्रमजाल बुनने में लगी है। किन्तु किसान बसपा के इस सियासत को बखूबी समझता है। क्योंकि उसे पता हैं कि बसपा के शासन काल में किस तरह भट्ठा परसौल से लेकर पूरे प्रदेश में जमीनों को लूटने का खेल खेला गया। सत्ता से बाहर आते ही सपा- बसपा एक दूसरे के खिलाफ बडी़-बडी बाते तो करते है किन्तु जब भ्रष्टाचार पर कार्रवाई की बात होती हैं तो दोनो मौन हो जाते हैं। सारा आक्रोश और तेवर महज वक्तव्यों तक सीमित हो जाता हैं।

उन्होने  कहा कि विकास विरोधी नीति के चलते भूमि अधिग्रहण को लेकर भ्रम का वातावरण बनाने में जुटी बसपा नही चाहती है कि गरीब को सुविधाऐं उनके गांव में मिले। स्वाभाविक है जब गांव के स्कूल बनेगा, गांव में अस्पताल बनेगा तो गांव की ही जमीन पर बनेगा। फिर गांव की बेकार पडी भूमि का उपयोग करते हुए यदि आधार भूत ढांचे को विकसित करने में जुटी है मोदी सरकार तो बसपा को आपत्ति क्यों हो रही है। भूमि अधिग्रहण कर विकास की नयी संरचना रचने में जुटी केन्द्र सरकार चाहती है कि आधार भूत ढांचे का विकास गांव गरीब हो।