बीजिंग : समीपवर्ती नेपाल में कल आए विनाशकारी भूकंप की वजह से दक्षिण पश्चिम चीन के तिब्बत स्वायत्तशासी क्षेत्र में मरने वालों की संख्या 17 हो गई है और साम्यवादी देश ने हिमालयी देश की मदद करने के लिए 62 सदस्यीय खोज एवं बचाव दल वहां भेजा है।

नेपाल में कल 7.9 तीव्रता का भूकंप आया जिससे दो भारतीयों सहित कम से कम 1,800 लोगों की जान चली गई। सैकड़ों लोगों के लापता होने की आशंका भी है। भूकंप की वजह से हिमालयी देश की राजधानी काठमांडो के ऐतिहासिक धरहरा टॉवर और दरबार स्क्वायर सहित कई मकान और इमारतें ध्वस्त हो गईं।

स्थानीय प्राधिकारियों ने आज बताया कि नेपाल में आए तीव्र भूकंप के बाद तिब्बत में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 17 हो गई है। चाइना अर्थक्वेक एडमिनिस्ट्रेशन ने बताया कि मानवीय कार्यों में सहायता के लिए 62 सदस्यीय एक खोज एवं बचाव दल वहां भेजा गया है। इस दल के साथ छह खोजी कुत्ते और बचाव एवं चिकित्सा के उपकरण भी भेजे गए हैं। समझा जाता है कि चार्टर्ड विमान से गया यह दल आज दोपहर तक काठमांडो पहुंच जाएगा।

बचाव दल में 40 कर्मी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की 38वीं ग्रुप आर्मी बीजिंग मिल्रिटी एरिया कमांड के हैं। अनुभवी बचावकर्मियों में से 20 प्रतिशत ने अंतरराष्ट्रीय बचाव अभियानों में भाग लिया है।