नई दिल्ली : शराब कंपनी डियाजियो ने विजय माल्या को यूनाइटेड स्प्रिट्स के चेयरमैन एवं निदेशक का पद छोड़ने को कहा है, लेकिन देश के प्रमुख शराब कारोबारी माल्या ने इस मांग को खारिज कर दिया है। अनुचित व्यवहार व नियमों के उल्लंघन के कथित आरोपों मद्देनजर डियाजियो ने माल्या से पद छोड़ने को कहा है।

डियाजियो ने यूनाइटेड स्प्रिट्स में नियंत्रक हिस्सेदारी खरीद रखी है। डियाजियो का कहना है कि उसके द्वारा की गई जांच में यह तथ्य सामने आया है कि यूनाइटेड स्प्रिट्स द्वारा यूबी समूह की कंपनियों को दिए गए ऋण में अनियमितताएं और अनुचित व्यवहार के मामले सामने आए हैं, इसलिए माल्या को पद छोड़ देना चाहिए।

हालांकि, माल्या ने इस्तीफा देने से इनकार करते हुए कहा कि ये आरोप ‘अनुचित व गलत’ हैं। यूनाइटेड स्प्रिट्स के बोर्ड ने अपनी जांच रिपोर्ट में कहा है, ‘25 अप्रैल को हुई बैठक में बोर्ड ने प्रबंध निदेशक व सीईओ द्वारा दी गई रिपोर्ट पर विस्तार से विचार किया। जांच में यह तथ्य सामने आया कि 2010 से 2013 के दौरान इन सौदों में शामिल धन को कंपनी व उसकी अनुषंगियों द्वारा यूबी समूह की कुछ कंपनियों को स्थानांतरित किया गया। इसमें विशेष रूप से किंगफिशर एयरलाइंस शामिल हैं।’

जांच में यह भी कहा गया है कि जिस तरीके से कुछ लेनदेन किए गए प्रथम दृष्टया उनसे अनुचित व्यवहार व कानूनी उल्लंघन की बात सामने आती है।