नई दिल्ली : नेपाल में आए 7.9 तीव्रता के भूकंप से समूचा उत्तर भारत भी हिल गया। खासतौर पर बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और सिक्किम के नेपाल से लगी सीमाओं के आसपास काफी तेज झटके महसूस किए गए। इन्हीं इलाकों से नुकसान की खबरें भी आ रही हैं। भूकंप से बिहार में 32 , उत्तर प्रदेश 11 और पश्चिम बंगाल में 5  समेत लगभग 50  व्यक्तियों की मौत की खबर है। एनडीआरएफ की टीमें प्रभावित इलाकों की ओर भेज दी गई हैं।

भारत में भूकंप के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। इन नंबरों पर फोन करके पूरी जानकारी जुटाई जा सकती है : +91-11-23012113, +91-11-2301-4104.

राजधानी दिल्ली सहित एनसीआर, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। पहला भूकंप सुबह करीब पौने 12 बजे आया और उसके करीब 35 मिनट बाद एक और तेज झटका महसूस किया गया। इसके बाद कई और झटके भी महसूस किए गए हैं।

भूकंप के कारण पूर्वी चंपारण जिला और सीतामढ़ी जिलों में में 6-6, दरभंगा में दो तथा सारण, सुपौल, अररिया, पश्चिम चंपारण, मधुबनी एवं शिवहर एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई है।

प्रदेश में भूकंप के कारण पश्चिम चंपारण, सीतामढी, दरभंगा, नालंदा, मधुबनी, वैशाली, पूर्वी चंपारण, सहरसा, किशनगंज, शिवहर, मुंगेर जिलों में दीवार गिरने, दहशत में छत से कूदने, जान बचाकर भागने के क्रम में गिरने सहित अन्य हादसों में 48 लोग घायल हो गए हैं।

दिल्ली में मौजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक पीके ठाकुर से फोन पर स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की और जरूरी निर्देश दिए।

पुलिस महानिदेशक पीके ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के मुताबिक, प्रदेश के सभी जिलों के थाना स्तर के अधिकारियों को वायरलेस पर निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में निकलें और भूकंप के कारण हुई क्षति के बारे में पता लगाएं।

भारतीय मौसम विभाग के आपरेशन्स सिस्मोलाजी के प्रमुख जे.एल. गौतम ने बताया कि भूकंप देश के पूर्व और उत्तरी हिस्सों में महसूस किया गया। दिल्ली में भूकंप के कारण किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में भूकंप के कारण मेट्रो रेल सेवा को कुछ देर के लिए रोक दिया गया था।

गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, सरकार ने अपनी आपदा प्रतिक्रिया एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन चामलिंग, यूपी के सीएम अखिलेश यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बातचीत करके भूकंप और उसके बाद के हालात पर चर्चा की है।

ममता बनर्जी का कहना है कि उनकी नजर खासतौर पर दार्जिलिंग और सिलीगुड़ी जैसी जगहों पर है। इसके अलावा उन्होंने आपदा प्रबंधन टीम और अन्य के साथ बात की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान में भारतीय एंबेसी के लोगों से बात की है। उधर एंबेसी के लोग भी नेपाल के उच्च अधिकारियों के संपर्क में हैं।

केंद्रिय मंत्री और बिहार के सारण से बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी ने बताया कि सुरक्षा कारणों से समूचे उत्तर बिहार की बिजली काट दी गई है। इससे पहले राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ब्यास जी ने बताया कि राजधानी पटना के अलावा गया, सीतामढ़ी, नालंदा, बक्सर, पूर्णिया, बेगूसराय, गोपालगंज सहित कई जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक तौर पर अभी तक कहीं से कोई बड़े नुकसान की खबर नहीं है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी टेलीफोन से बिहार में भूकंप के बाद की स्थिति की जानकारी ली। राज्य के मुख्य सचिव और कई जिले के जिलाधिकारियों से उनकी बात हुई है।

नीतीश शुक्रवार शाम दिल्ली पहुंचे हैं और उन्होंने बताया कि वह जल्द ही बिहार लौटेंगे। इधर, गोपालगंज के करीब छह मकानों में दरार आने की सूचना है जबकि पूर्णिया में भी कुछ घरों में दरारें आई हैं।

कोलकाता मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी डीके दास ने बताया, ‘शहर में और पूर्वी क्षेत्र के अन्य भागों में भूकंप का झटका महसूस किया गया।’ भूकंप के बाद लोग घरों और कार्यालय से निकलकर सड़कों पर जमा हो गए। शहर के लेक टाउन, साल्ट लेक, डलहौजी और पार्क स्ट्रीट इलाके सहित विभिन्न इलाके में भूकंप महसूस किया गया। पश्चिम बंगाल में भी मृतकों की संख्या 3 हो गई है। यहां दिनाजपुर, जलपाईगुड़ी और दार्जिलिंग में 1-1 व्यक्तियों की मौत हो गई है।

जिलों से मिली खबर के मुताबिक, पुरूलिया, बांकुरा, बर्धमान, पूर्वी मेदनीपुर और नादिया जिले में भी भूकंप महसूस किया गया। उत्तरी बंगाल के सिलीगुड़ी में बहुमंजिला इमारतों में दरार आ गईं। सब डिवीजनल अधिकारी दीपाप्रिया ने यह जानकारी दी। सब डिवीजनल अधिकारी सीमा हाल्दार ने बताया कि जलपाईगुड़ी जिले के तेलीपाड़ा में दीवार ढहने और एक मकान की दीवारों में दरार आने की खबर है।

उन्होंने बताया कि जलपाईगुड़ी शहर के बीच से गुजरने वाली कोरोला नदी में भूकंप के दौरान लहरें काफी उंची उठती देखी गईं। सिलिगुड़ी में एक व्यक्ति की मौत की खबर है। सिलिगुड़ी में ही एक बिल्ड़िंग का कुछ हिस्सा भी गिर गया। मालदा जिले के सुजापुर में भूकंप के समय बाहर आने के दौरान सीढ़ियों टूटने से 40 स्कूली बच्चे घायल हो गए।

भूकंप के कारण सिक्किम के कई हिस्सों में भूस्खलन की खबर है। बहरहाल, अब तक भूस्खलन में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। मौसम विभाग ने बताया कि सिक्किम में पिछले तीन दिन से मामूली झटके महसूस किए जा रहे थे।

लगभग पूरे उत्तराखंड में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिससे इस पहाड़ी राज्य के लोग दहशत में आ गए। यहां मौसम विभाग के निदेशक डॉ. आनंद शर्मा ने बताया कि सुबह करीब पौने 12 बजे आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.5 थी और उसका केंद्र नेपाल में था।

2013 की त्रासदी के बाद उत्तराखंड के लोग डरे हुए हैं। भूकंप के तेज झटकों ने एक बार फिर किसी अनहोनी की आशंका में लोग चिंता में डाल दिया।

देहरादून और पिथौरागढ़ सहित उत्तराखंड के लगभग सभी जिलों में कुछ सेकेंड के लिए झटके महसूस किए गए। झटके काफी तेज होने के कारण लोग दहशत में आ गए। फिलहाल इस भूकंप से राज्य में किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत सूबे के अधिकांश हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस दौरान एक मकान की छत व दीवार गिरने की घटनाओं में एक लड़के की मौत होने तथा कई अन्य के घायल होने की खबर है। राज्य में कुल 11 लोगों की मौत हो गई है। राज्य के श्रावस्ती, गोरखपुर और उन्नाव जिले में 1-1 और बाराबंकी में दो लोगों की मौत की खबर है।

प्रदेश के लगभग सभी जिलों में महसूस किए झटके की वजह से भय और अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया और घबराए लोग अपने-अपने घरों, दफ्तरों तथा दुकानों से बाहर निकल आए। जलजले से कई मकानों व इमारतों में दरार आ गई।

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने स्कूलों में तत्काल छुट्टी करने का आदेश दे दिए। इसके अलावा मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के अलावा सभी जिलाधिकारियों और जिला पुलिस प्रमुखों को भूकंप से हुए नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए हैं।

बाराबंकी में मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के इंदौरा में भूकंप से एक मकान की दीवार ढहने से एक बच्चे की मौत तथा वसंतापुर प्राथमिक विद्यालय की छत गिरने से कई बच्चों के घायल होने की खबर है।

पुलिस अधीक्षक अब्दुल हमीद ने दोनों घटनाओं की सूचना मिलने की पुष्टि करते हुए कहा कि हादसों की जांच कराई जा रही है कि वे भूकंप के कारण हुईं या फिर किसी और वजह से।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा अधिकारी अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं।