लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्य सचिव आलोक रंजन को शासन की प्राथमिकता की परियोजनाओं को समयबद्ध रूप से पूरा करने तथा इन परियोजनाओं का लाभ जनता को शीघ्रातिशीघ्र पहुंचाने के दृष्टिगत एक तीन सदस्यीय प्रोजेक्ट माॅनीटरिंग ग्रुप के गठन के निर्देश दिए हैं। 

इस प्रोजेक्ट माॅनीटरिंग ग्रुप के अध्यक्ष स्वयं मुख्य सचिव होंगे, जबकि प्रमुख सचिव वित्त सदस्य होंगे। इस ग्रुप के सदस्य संयोजक सचिव मुख्यमंत्री (पार्थ सारथी सेन शर्मा) होंगे। 

यह ग्रुप शासन की प्राथमिकता वाली जिन परियोजनाओं का अनुश्रवण करेगा, वे हैं,- आगरा-लखनऊ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे, लखनऊ मेट्रो, जनेश्वर मिश्र पार्क (लखनऊ), आई0टी0 सिटी लखनऊ, लखनऊ कैंसर संस्थान, इनर रिंग रोड आगरा, लायन सफारी इटावा, सी0जी0 सिटी (लखनऊ), जय प्रकाश नारायण इन्टरनेशनल कन्वेंशन सेन्टर (लखनऊ), ट्रांस गंगा परियोजना, बैटरी पावर मोटराइज्ड रिक्शा योजना, 100 नं0 डायल सेवा का सुदृढ़ीकरण, सेन्ट्रलाइज्ड मेगा काॅल सेन्टर, पुराने लखनऊ में चल रहे विकास कार्य, मैत्रेय परियोजना, लखनऊ हाट (अवध शिल्प ग्राम योजना), सभी जनपद मुख्यालयों को 4-लेन सड़क मार्ग से जोड़ना, ताजगंज परियोजना आगरा, नवीन मेडिकल काॅलेजों की स्थापना/निर्माण, नवीन सचिवालय भवन को क्रियाशील किया जाना तथा 100-शैय्यायुक्त अस्पतालों एवं ट्राॅमा सेन्टरों का निर्माण/स्थापना।

यह ग्रुप इन परियोजनाओं का नियमित रूप से अनुश्रवण करेगा तथा इनकी प्रगति से मुख्यमंत्री को प्रति माह अवगत भी करायेगा। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार प्रदेश के चैमुखी विकास के लिए लगातार नई योजनाओं पर कार्य कर रही है। इन योजनाओं का उद्देश्य जहां एक तरफ जनता को नई एवं अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराना है, वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश को एक अत्याधुनिक राज्य के रूप में स्थापित करना है।