मुंबई : रिलायंस और इन्फोसिस जैसे कुछ भारी-भरकम शेयरों में गिरावट से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज 556 अंक लुढक कर 27,886.21 अंक पर आ गया। यह तीन सप्ताह का न्यूनतम स्तर है।

बाजार के जानकारों के अनुसार कंपनियों के लाभ और आर्थिक वृद्धि को लेकर चिंता के बीच आज बिकवाली का दबाव बढ गया था। कमजोर वैश्विक संकेतों व कराधान के मोर्चे पर नई चिंता से भी बाजार की धारणा प्रभावित हुई। बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स में लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट आई है। पिछले सोमवार को 29,000 अंक का स्तर पार करने के बाद से सेंसेक्स 1,160 अंक टूट चुका है। कारोबारियों ने कहा कि पिछली तारीख से कराधान को लेकर विदेशी निवेशक काफी चिंतित हैं। इसके अलावा एशियाई बाजारों में गिरावट के रुख व मार्च में देश का निर्यात 21 प्रतिशत घटकर छह साल के निचले स्तर पर आने से भी बाजार की धारणा प्रभावित हुई।

बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 95 अंक की मजबूती से खुलने के बाद रीयल्टी, एफएमसीजी और आईटी शेयरों में मुनाफावसूली का सिलसिला चलने से दिन के निचले स्तर 27,802.37 अंक पर आ गया। अंत में यह 555.89 अंक या 1.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 27,886.21 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 157.90 अंक या 1.83 प्रतिशत के नुकसान से 8,500 अंक से नीचे 8,448.10 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 8,422.75 से 8,619.95 अंक के दायरे में रहा।

इस बीच, आज कारोबार के दौरान रपया भी 55 पैसे टूटकर 62.91 प्रति डॉलर पर आ गया। वैश्विक ब्रोकरेज कंपनी यूबीएस ने निफ्टी के इस साल दिसंबर तक के अनुमान को घटाकर 9,200 अंक कर दिया है। पहले उसका अनुमान था कि यह 9,600 अंक तक पहुंच जाएगा। यूबीएस का कहना है कि आर्थिक वृद्धि को लेकर चिंताओं की वजह से उसने अनुमान को कम किया है। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 28 नुकसान में रहे। सिर्फ सन फार्मा व आईसीआईसीआई बैंक ही लाभ में रहे।