लखनऊ। छात्रसंघ बहाली व फीसवृद्वि वापस लिये जाने की मांग को लेकर छात्र रालोद की लखनऊ इकाई ने आज छात्र रालोद जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र मिश्रा “शैलू” के नेतृत्व में जी0पी0ओ0 स्थित गांधी प्रतिमा पर एक दिवसीय धरना देकर लखनऊ यूनिवर्सिटी प्रशासन के छात्र विरोधी रवैये पर अंकुश लगाने के लिए राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा। धरने को सम्बोधित करते हुये राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान ने प्रदेश सरकार की नियति पर सवाल उठाते हुये कहा कि प्रदेश सरकार में लखनऊ विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति से निकले तमाम लोग शामिल है और मुख्यमंत्री ने छात्रसंघ बहाल किये जाने का वादा किया था लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि सत्ता में आने के बाद प्रदेश की राजधानी में छात्रसंघ के चुनाव नहीं हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि फीस बढ़ने से गरीब, मजदूर और किसान के बच्चे उच्च षिक्षा से वंचित हो जायेगे इसलिए फीस बढ़ाने का निर्णय विश्वविद्यालय प्रषासन को वापस लेना चाहिए।

छात्रो का उत्साह बढ़ाने राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता व पूर्व शिक्षा मंत्री डाॅ0 मसूद अहमद भी धरने पर पहुंचे और उच्च षिक्षा के बाजारीकरण पर चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि गरीब के बच्चों के लिए उच्च षिक्षा का प्रबन्ध करें।छात्र रालोद के जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र मिश्रा “शैलू” ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय तथा सम्बद्व महाविद्यालयों में विगत दस वर्षों से छात्रसंघ चुनाव नहीं हुआ और इसका दुष्परिणाम है कि विष्वविद्यालय प्रशासन मनमाने तरीके से छात्रों का शोषण और उत्पीड़न कर रहा है उन्होंने फीस वृद्वि के निर्णय की निंदा की और विष्वविद्यालय प्रशासन के इस निर्णय को छात्र विरोधी करार दिया।