सभी धर्मों के नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करेगी सरकार 

पेरिस : भारत में दक्षिणपंथी समूहों की गतिविधियों में इजाफे के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार सभी धर्मों के नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करेगी।

मोदी ने पेरिस स्थित यूनेस्को मुख्यालय में अपने संबोधन में विश्व समुदाय से भी कहा कि वह चरमपंथ और हिंसा की ऊंची उठती लहरों पर काबू पाने के लिए संस्कृति और धर्म पर गहराई से विचार करे। उन्होंने कहा, ‘हम प्रत्येक नागरिक के अधिकारों और स्वतंत्रता की सुरक्षा और संरक्षा करेंगे। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हर आस्था, हर संस्कृति और हर नस्ल के प्रत्येक नागरिक का हमारे समाज में समान दर्जा हो। भविष्य में विश्वास हो।’

मोदी ने कहा कि विश्व के कई हिस्सों में संस्कृति संघर्ष का एक स्रोत बनी हुई है। उन्होंने कहा कि संस्कृति जोड़ने वाली होनी चाहिए न कि बांटने वाली और इसे लोगों के बीच गहरे सम्मान और समझ का सूत्र बनना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमें दुनियाभर में चरमपंथ, हिंसा और विभाजन की ऊंची उठती लहरों पर काबू पाने के लिए अपनी संस्कृतियों, परंपराओं और धर्मों पर गहराई से जाना चाहिए।’

मोदी सरकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के समर्थित समूहों द्वारा ‘घर वापसी’ जैसी गतिविधियों पर काबू पाने में विफल रहने के लिए विपक्षी दलों के साथ ही कुछ अल्पसंख्यक समूहों की भी आलोचना का शिकार हो रही है।