लखनऊ: प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर हुई तमाम ट्रेनों में लूट की घटना केन्द्र सरकार और प्रदेश सरकार के माथे पर कलंक है। इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि केन्द्र की मोदी सरकार और प्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार आम जनता के प्रति पूरी तरह संवेदनहीन बनी हुई है। लुटेरों और डकैतों के हौसले बुलंद हैं, जब जहां जिस समय चाहते हैं घटना को अंजाम देकर निकल जाते हैं। पुलिस प्रशासन सोता रहता है।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस के इंचार्ज प्रवक्ता वीरेन्द्र मदान ने कहा किउत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था किस कदर ध्वस्त हो चुकी है इसका ताजा उदाहरण प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से मात्र 500 मीटर की दूरी पर पूरी रात कई ट्रेनों में बेखौफ बदमाशों द्वारा सैंकड़ों यात्रियों से पूरे इत्मीनान के साथ की गयी लूट की घटना है। सबसे दुर्भाग्यपूर्ण तो यह है कि पीडि़त यात्रियों द्वारा घटना के समय रेलवे सहित पूरे शासन-प्रशासन को सूचना दिये जाने के बाद भी मौके पर किसी ने जाने की जहमत नहीं उठायी। इस घटना ने केन्द्र और प्रदेश सरकार की आम जनता के प्रति उदासीन रवैये की पुष्टि कर दी है। इससे साफ हो गया है कि प्रदेश में कोई भी सुरक्षित नहीं है। 

अभी कुछ दिन पूर्व लखनऊ में ही ए0टी0एम0 कैश वैन लूटे जाने की घटनाएं हुईं, जिनमें बेखौफ बदमाशों ने दिनदहाड़े एचडीएफसी के ए0टी0एम में कैश वैन द्वारा रूपये भरने के दौरान बदमाशों ने न सिर्फ रूपये लूटे बल्कि तीन लोगों की गोली मारकर हत्या भी कर दी। मुख्यमंत्री के अल्टीमेटम के बाद भी प्रदेश की पुलिस आज तक बदमाशों का सुराग लगाने में विफल साबित हुई है। आये दिन डकैती, लूट और हत्या की घटनाओं ने प्रदेश में आम जनता को भय के वातावरण में जीने के लिए विवश कर दिया है। जब प्रदेश की राजधानी में यह हाल है तेा प्रदेश के अन्य जनपदों के हालात को आसानी से समझा जा सकता है। 

कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि सरकार तत्काल ट्रेन लुटेरों को गिरफ्तार कर यात्रियों से लूटी गयी रकम की क्षतिपूर्ति कराये एवं भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ट्रेनों में समुचित सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही लापरवाह अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करे।