अयोध्या में रानी हो के स्मारक को भव्यता प्रदान करने के लिए सरकार ने दी  20 एकड़ भूमि 

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से आज उनके सरकारी आवास पर सेण्ट्रल कराक क्लैन सोसाइटी के चेयरमैन किम की जे तथा वाइस चेयरमैन  हुआन ह्वा हो ने भेंट की। मुलाकात के दौरान सांस्कृतिक सम्बन्धों, आपसी सहयोग तथा विकास के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई।

श्री किम ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि अयोध्या में निर्मित रानी हो के स्मारक को कोरिया की सरकार एवं उनकी सोसाइटी भव्य स्वरूप प्रदान करना चाहती है। श्री यादव ने इस प्रस्ताव पर सैद्धान्तिक सहमति देते हुए मौजूदा स्मारक के समीप स्थित 20 एकड़ भूमि इस प्रयोजन के लिए उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने यह सहमति भी व्यक्त की कि प्रस्तावित स्मारक कोरियाई वास्तुकला के अनुरूप निर्मित कराया जाएगा, जिसमें भारतीय एवं कोरियाई संस्कृति की साझा झलक भी मिलेगी।

श्री किम ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि कोरिया के क्याॅम सैंग नैंग डो प्रान्त के गवर्नर ने यह सुझाव दिया है कि जिस प्रकार अयोध्या एवं किम हे नगरों के बीच सिस्टर सिटी अनुबन्ध हुआ था, उसी प्रकार उत्तर प्रदेश एवं क्याॅम सैंग नैंग डो प्रान्त के बीच भी सिस्टर स्टेट का एक समझौता किया जाए, ताकि दोनों राज्यों के सम्बन्ध और मजबूत बनें। मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव को स्वीकृत करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि अनुबन्ध की रूपरेखा को अन्तिम रूप देने के लिए जरूरी कार्यवाही की जाए।

कराक क्लैन सोसाइटी के चेयरमैन ने मुख्यमंत्री को किम हे नगर में निर्मित पार्क के उद्घाटन तथा अयोध्या से कोरिया गईं राजकुमारी के स्मारक के अवलोकन के लिए कोरिया की यात्रा का निमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री ने निमंत्रण का औपचारिक प्रस्ताव मिलने पर इस पर विचार करने का आश्वासन दिया।

श्री किम ने कहा कि प्रदेश के युवाओं के कौशल विकास के लिए राज्य सरकार के प्रयासों से वे काफी प्रभावित हैं। उन्होंने बताया कि लिफ्ट टेक्नोलाॅजी पर केन्द्रित दुनिया का एकमात्र शिक्षण संस्थान-कोरियन लिफ्ट काॅलेज उनके देश में संचालित है। उत्तर प्रदेश के 50 छात्रों को प्रत्येक वर्ष इस संस्थान में प्रशिक्षण हासिल करने के लिए राज्य सरकार द्वारा नामित किए जाने पर वे सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। मुख्यमंत्री ने इस प्रस्ताव पर सहमति जताई। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर एक स्मारिका का भी विमोचन किया, जिसमें अयोध्या तथा किम हे नगरों के सांस्कृतिक सम्बन्धों की जानकारी दी गई है। स्मारिका का प्रकाशन अयोध्या शोध संस्थान द्वारा किया गया है। 

भेंट के अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, कारागार मंत्री श्री बलराम यादव तथा अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक डाॅ0 योगेन्द्र प्रताप सिंह भी उपस्थित थे।  

ज्ञातव्य है कि वर्ष 2000 में दक्षिण कोरिया का एक प्रतिनिधिमण्डल फैजाबाद आया था और इसके बाद फैजाबाद तथा कोरिया के किम हे नगरों के बीच सिस्टर सिटी अनुबन्ध हुआ था। इसके तहत अयोध्या में कराक क्लैन सोसाइटी द्वारा एक स्मारक बनवाया गया, जहां प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में कोरिया से पर्यटक आते हैं। इस मौके पर प्रदेश के अन्य दर्शनीय स्थलों का भ्रमण भी करते हैं।

यह भी उल्लेखनीय है कि दक्षिण कोरिया के किम वंश के सदस्यों का यह मानना है कि आज से लगभग 2000 वर्ष पूर्व अयोध्या की एक राजकुमारी कोरिया गई थीं, जहां उनका विवाह किम सूरो से हुआ था। वर्तमान में उनके वंशज आज कोरिया के कराक क्लैन के सदस्य हैं।