लखनऊ: कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर विगत विधानसभा चुनाव में प्रदेश की सत्ता में आने के बाद प्रदेश में लगातार जिस तरह कानून व्यवस्था ध्वस्त हुई है, भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया गया है और प्रशासनिक अधिकारियों का राजनीतिकरण किया गया है, उसी का परिणाम है कि प्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार के तीन वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था पर कोई पकड़ नहीं बना पायी है।

प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता सिद्धार्थप्रिय श्रीवास्तव ने आज यहां जारी बयान में कहा कि कांग्रेस पार्टी शुरू से ही समाजवादी पार्टी पर अपराधियों और भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दिये जाने का आरोप लगाती रही है और समय-समय पर इस बात की पुष्टि भी हुई है किन्तु अपराधियों और भ्रष्टाचारियों को जेल भेजने के बजाय समाजवादी पार्टी की सरकार ने हमेशा ही अपराधियों को संरक्षण देने का कार्य किया है। चाहे वह लोकायुक्त द्वारा खनन मंत्री के विरूद्ध की गयी टिप्पणी अथवा उ0प्र0 लोक सेवा आयोग के चेयरमैन पर भर्ती घोटाले में संलिप्तता के आये दिन लग रहे भ्रष्टाचार के आरोप के बावजूद भी इस सरकार की कान में जूं नहीं रेंगा। 

प्रवक्ता ने कहा कि बेहतर कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार मुक्त शासन का ढोल पीटने वाली समाजवादी पार्टी के शासन में आते ही हत्या, लूट, बलात्कार, राहजनी, डकैती जैसे जघन्य घटनाओं में बाढ़ सी आयी। इतना ही नहीं प्रदेश की राजधानी लखनऊ भी पूरी तरह असुरक्षित हो गयी। महिलाओं के साथ बलात्कार और हत्या की तमाम घटनाओं चाहे व गौरी हत्याकाण्ड हो, दो-दो बार एटीएम कैश वैन लूटने की घटना हो, जिसमें एचडीएफसी के एटीएम कैशवैन को दिनदहाड लूटने के बाद बदमाशांें ने तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी, जिसका अभी तक पुलिस सुराग तक नहीं लगा पायी है और हत्याओं का सिलसिला अभी तक नहीं थमा है। हास्यास्पद तो यह है कि अल्प समय में हत्या और लूट का खुलासा करने का दावा करने वाली पुलिस और प्रदेश सरकार अब इन हत्याओं और लूट में आतंकवादियों का हाथ होने की बात कह रही है। 

श्री श्रीवास्तव ने कहा कि उत्तर प्रदेश दहशतगर्दी के मकड़जाल में फंसा हुआ लग रहा है। प्रदेश की सरकार और पुलिस अपनी नाकामी को छिपाने के लिए रोजाना नई कहानियां बना रही है और अपराधियों पर नकेल कसने के बजाय घटनाओं में आंतकी हाथ होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ रही है। अभी कल ही लूट और हत्याओं के सिलसिले में पुलिस के खुलासे ऐसा लग रहा है कि आतंकवादियों का चरागाह उ0प्र0 बना हुआ है। पुलिस के इतने बड़े खुलासे के बाद भी कड़े कदम उठाने के बजाय प्रदेश सरकार आम जनता की जिंदगी से बेपरवाह होकर पूरी तरह उदासीन बनी हुई है।