ढाका: ढाका और पश्चिमोत्तर बांग्लादेश से बीती रात एक भीषण चक्रवाती तूफान के गुजरने पर कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों अन्य घायल हो गए। कई इलाकों में काफी नुकसान पहुंचा है।
गर्मी के मौसम में बंगाल की खाड़ी में विकसित होने वाले नार्वेस्टर (तूफान) ने बीती रात देश के कई मकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया, पेड़ उखाड़ दिए और बिजली के खंभे गिरा दिए।
ढहे हुए मकानों के नीचे दबने के चलते ज्यादातर पीड़ितों की मौत हो गई, जबकि कुछ को गिरे हुए बिजली के खंभों से करंट लगा।
पुलिस और दमकल अधिकारियों के मुताबिक राजधानी ढाका से 197 किलोमीटर दूर बोगरा जिला सबसे अधिक प्रभावित हुआ, क्योंकि तूफान में वहां 19 लोग मारे गए।
बोगरा के उपायुक्त शफीकुर रहमान ने बताया कि करीब 100 लोग तूफान में घायल हो गए और उन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
दमकल सेवा अधिकारियों ने बताया कि दो पीड़ितों की ढाका में मौत हो गई। वहीं, मीरपुर में तूफान के दौरान एक दीवार ढहने से एक महिला और उसकी छह महीने की बच्ची की मौत हो गई।
तूफान के दौरान जमालपुर में जमुना में एक नाव के पलट जाने पर एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई।
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