ग्राम्य विकास राज्यमंत्री  हाथों ग्रामीण बी.पी.एल. युवाओं को सेवायोजन नियुक्ति पत्र वितरित  

लखनऊ:प्रदेश के ग्रामीण बी0पी0एल0 युवाओं को स्वावलम्बी बनाने के उद्देश्य से उन्हें रोजगारपरक गतिविधियों का क्रियान्वयन कराकर आर्थिक रूप से सुदृढ़ किए जाने हेतु दो प्रकार की रणनीति स्वतः रोजगार व वेतनपरक रोजगार अपनाई जा रही है। स्वतः रोजगार हेतु ग्रामीण निर्धन महिलाओं को  एकजुट कर स्वयं सहायता समूहों का गठन करते हुए संगठित किया जाता है। इन परिवारों के जीविकोपार्जन हेतु वित्त पोषित कराते हुए स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा  रहे हैं जबकि वेतनपरक रोजगार हेतु ग्रामीण क्षेत्र के 15 से  35 वर्ष आयु के ग्रामीण बीपीएल युवाओं को विभिन्न प्रकार के कौशल में प्रशिक्षित कर प्रतिष्ठित निजी संस्थाओं में रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है।

यह बात उ0प्र0 के ग्राम्य विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरविन्द कुमार सिंह गोप ने आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमती नगर में आयोजित भव्य समारोह में ग्रामीण कौशल्य योजना में ग्रामीण क्षेत्रों के 1000 ग्रामीण बी.पी.एल. लोगों को प्रशिक्षणोपरान्त रोजगार उपलब्ध कराए जाने संबंधी नियुक्ति पत्र वितरण करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश के ऊर्जावान, नौजवान मुख्यमंत्री की सोच है कि प्रदेश के सबसे गरीब अन्तिम व्यक्ति तक रोजगार मुहैया हो तभी प्रदेश विकास करेगा। उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में आज का यह महत्वपूर्ण कार्यक्रम रखा गया है जिसमें देश में पहली बार एक साथ, एक मंच पर 1000 ग्रामीण बी.पी.एल. युवाओं को प्रशिक्षणोपरान्त रोजगार उपलब्ध कराये जाने संबंधी नियुक्ति पत्रों का वितरण किया जा रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा गरीबों के लिए लोहिया आवास वेदान्ता, मेट्रो, आई.टी. के क्षेत्र में विभिन्न तरह के योजनाओं को लाया गया है ताकि प्रदेश के लोगों का व प्रदेश का विकास हरहाल में संभव हो। उन्होंने बच्चों का आह्वान करते हुए कहा कि आप तरक्की क्षेत्र में मेहनत करो जो भी मदद चाहिए उसके लिए सरकार आपके साथ होगी।

श्री गोप द्वारा आरसेटी के अंतर्गत प्रशिक्षित ग्रामीण युवाओं को भी प्रमाण पत्र दिए गए तथा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के लोगो ‘प्रेरणा‘ केा डिजायन करने वाले युवाओं को भी प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव, ग्राम्य विकास श्री अरूण सिंघल ने  कहा कि मिशन की गतिविधियां शुरू होने के पश्चात वर्ष 2013-14 में उ0प्र0 के 28180 ग्रामीण बी.पी.एल. युवाओं को विभिन्न कौशलों में प्रशिक्षित किया गया है तथा 21960 ग्रामीण बी.पी.एल. युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। वर्ष  2015 के प्रथम तीन माह में (जनवरी से मार्च) 2035 ग्रामीण बी.पी.एल. युवाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है जिसके सापेक्ष 1000 ग्रामीण बी.पी.एल. युवाओं को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। उन्होने बताया कि आज जिन युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गये हैं उनमें जनपद जालौन, झांसी, हमीरपुर, फिरोजाबाद, लखनऊ, कानपुर, ललितपुर, बांदा, वाराणसी, चन्दौली, मिर्जापरु, उन्नाव, चित्रकूट, सहारनपुर, हरदोई, औरैया, सोनभद्र तथा आगरा से आए युवा शामिल हंै। उन्होंने यह भी बताया कि इन ग्रामीण युवाओं को सेल्स रिटेल, आई0टी, सुरक्षागार्ड, हास्पिटेलिटी, बी.पी.ओ., आटोमोटिव, बेड साइड असिस्टेंट, एकाउन्टिंग एण्ड बैंकिग आदि व्यवसायों में प्रशिक्षित किया गया है तथा इसी क्षेत्र में रोजगार दिलाया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि रोजगार दिलाए गए युवाओं को विभिन्न प्रतिष्ठानों जैसे राकी मिन्डा प्रा0 लि0, फ्यूचर वैलू, स्पेन्सर, एजिस, एवन फैसिलिटी मैनेजमेंट, ग्रुप एस सिक्योरिटी, कैफे काफी डे, मिन्डा फ्युरो, कावा, रिलायन्स कैपिटल, ललित होटल, के0जी0एन0  मोबाइल स्टोर, वोडा फोन, ग्लोबस, अक्वान्स वाटर सल्यूशन, सूर्या सुपर स्पेशिलिअी हास्पिटल, प्रोग्रेसिव इन्फोविजन, स्पेसर रिटेल-गुढ़गांवा, लैम्बर्ट सिक्योरिटी, निसा इन्डस्ट्रियल सिक्योरिटी, अमर टेक कन्वर्जीज, एमिएबिल टेक्नोलाजी, होटल एकुमेन इन, सौभाग्य इन, गूगल ग्रुप, गिन्नी फिलामेंट, अैलीकाम सिज्ञटम एण्ड इन्टीग्रेशन प्रा0लि0 तथा काम्पीटेंट एनर्जी प्रा0लि0 में  6000 रुपये ये  10000 प्रतिमाह वेतन पर तैनाती दी गई है।

प्रमुख सचिव ने कहा कि राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ‘प्रेरणा‘ के अंतर्गत ग्रामीण कौशल्य योजना में संचालित परियोजनाओं द्वारा आगामी 03 वर्षों में प्रदेश के एक लाख ग्रामीण बी.पी.एल. युवाओं को प्रशिक्षित कराया जाएगा एवं तदोपरान्त रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अतिरिक्त यह भी प्रयास किया जा रहा है कि और अधिक परियोजनाएं संचालित कर अधिक से अधिक ग्रामीण बी.पी.एल. युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार उपलब्ध कराया जाए।

इस अवसर पर ग्राम्य विकास आयुक्त श्री कामरान रिज़वी, उ0प्र0 राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के निदेशक डा0 आदर्श सिंह, प्रदेश के जनपदों के मुख्य विकास अधिकारी तथा ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ प्रशिक्षण प्रदाता संस्था आरोह फाउडेशन, एवान फैसिलिटी मैनेजमेंट, बी.वी.जी. इण्डिया लि0, सेन्टर फार टेक्नोलाजी एण्ड इन्टर प्रेन्योरशिप डेवलेपमेंट, कैफ फाउन्डेशन, कैरियर लांचर एजूटेक लि0, जी0वी0 मेडिकेटेक, आई0ए0सी0एम0 स्र्माअलर्न लि0, आई0सी0ए0 इन्फोटेक, आइक्वा ह्यूमन कैपिटल, इण्डियन इंस्टीटयूट आॅफ नेचुरल रिसोर्समेंट, लैम्बर्ट सिक्योरिटी, न्यू इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी, आरियन एजूटेक, सहज इ विलेज तथा सीतापुर शिक्ष्ण संस्थान के अधिकारियों के साथ-साथ जिन कम्पनियों में युवाओं को रोजगार दिया गया है उनके प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।