रोजाना  639.10 लाख लीटर दूध का उत्पादन शुरू

लखनऊ: उ0प्र0 देश में सर्वाधिक दुग्ध उत्पादन करने वाला प्रदेश बन चुका है। आज सूबे में प्रतिदिन  639.10 लाख लीटर दुग्ध का उत्पादन हो रहा है, जो देश के दुग्ध उत्पादन का लगभग 18 प्रतिशत है। प्रदेश में दूध की प्रतिव्यक्ति उपलब्धता 310 ग्राम है, जबकि भारत में दूध की प्रति व्यक्ति उपलब्धता 290 ग्राम है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देशों के तहत पशुपालकों को प्रदान की जा रही सुविधाओं के कारण आज ग्राम स्तर पर पशुपालन एवं दुग्ध व्यवसाय कृषि के सह व्यवसाय के रूप में प्रचलित हो चुका है। इसमें  70 से 80 प्रतिशत भूमिहीन, लघु एवं सीमांत कृषकों की सहभागिता है। इस कार्य में महिलाओं की भी सक्रिय भागीदारी है। इसके साथ ही ग्राम स्तर पर दुग्ध समितियां एवं दुग्ध उत्पादन स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने का सशक्त माध्यम बन चुकी है।

पीसीडीएफ के सुदृढ़ीकरण की दिशा में लिए गए कार्यों का ही परिणाम है कि आज प्रदेश के 97,941 ग्रामों में से  वर्तमान में 11,500 गावों में दुग्ध समितियां या दुग्ध समूह वर्तमान में कार्यरत हैं, जिनमें स्वरोजगार के लिए गाय एवं भैंस पालन कर दुग्ध उत्पादन एवं विक्रय महत्पूर्ण सहरोजगार के रूप में अपनाया जा रहा है। दरअसल दुग्ध उत्पादन में इजाफे के लिए छोटे उत्पादकों को संगठित करके उत्पादन प्रक्रिया में शामिल  करना बेहद महत्वपूर्ण है। इसके लिए प्रदेश में पीसीडीएफ अहम भूमिका निभा रही है। अखिलेश यादव सरकार ने ग्राम्य स्तरीय प्राथमिक सहकारी समिति का गठन कर दुग्ध उत्पादकों को दुग्ध विक्रय के लिए बाजार उपलब्ध कराते हुए बिचैलियों के शोषण से मुक्त कराने का महत्वपूर्ण काम किया है। इसके अलावा दुग्ध उत्पादकों को समिति के जरिए दुग्ध उत्पादन में वृद्धि के लिए तकनीकी निवेश जैसे प्राथमिक पशु चिकित्सा, नस्ल सुधार के लिए कृत्रिम गर्भाधान सुविधा, रोगों के रोकथाम के लिए टीकाकरण और पशु प्रबंधन के संबंध में प्रशिक्षण प्रदान करने जैसेेेे कदम उठाए गए हैं।