नई दिल्ली। आईसीसी (इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल) का एक बार फिर भारत के साथ किया गया दोहरा व्यवहार नजर आया है। वर्ल्ड कप-2015 के विश्व विजेता बनने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम को रविवार को नकली ट्रॉफी दी गई थी। लेकिन सोमवार को आईसीसी द्वार पांचवीं बार वर्ल्ड कप जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम को जश्न मनाने के लिए असली कप दे दिया। जबकि 2011 में विजेता रही भारतीय टीम को जश्न के लिए नकली ट्रॉफी दी गई थी।
इस पर जब भारतीय मीडिया ने सवाल उठाया था तब नियमों का हवाला देकर कहा गया था कि विजेता टीम को नकली ट्रॉफी दी जाती है व असली ट्रॉफी आईसीसी अपने पास रखती है। लेकिन सोमवार को ऑस्ट्रेलियाई टीम द्वारा विश्व विजेता बनने पर मनाए जा रहे जश्न में टीम को असली ट्रॉफी के साथ देखा गया है। जिसे देखकर यही जाहिर होता है कि आईसीसी ने 2011 में भारत के साथ दोहरा व्यवहार किया था और भारतीय टीम के साथ अन्याय हुआ है।
असली ट्रॉफी के नीचे के हिस्से पर सिक्के के आकार का डिजाइन बना होता है, जिस पर वर्ल्ड कप विजेता टीमों के नाम अंकित होता है। वही नकली ट्रॉफी का निचला हिस्सा काला होता है। सोमवार को आस्ट्रेलियाई टीम द्वारा मनाए जा रहे जश्न में यह साफ दिखाई दे रहा है कि खिलाड़ियों के हाथ में जो ट्रॉफी है वह असली है वहीं 2011 में जो ट्रॉफी भारतीय टीम को दी गई थी वह नकली थी।
अगर हम ध्यान से देखें तो पाएंगे की जिस ट्रॉफी को लेकर ऑस्ट्रेलिआई टीम जश्न मना रही है वह असली है और आईसीसी द्वारा उसे दिया गया है। जबकि आईसीसी के चेयरमैन एन श्रीनिवासन द्वारा वर्ल्ड कप जीतने के बाद सेरेमनी में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान क्लार्क को नकली ट्रॉफी दी थी जिसका बेस काला था।
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