नई दिल्ली : राष्ट्रीय कार्यकारिणी से शनिवार को एक विवादित बैठक में प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को बाहर किए जाने के बाद आज आम आदमी पार्टी (आप) ने एडमिरल एल. रामदास को आंतरिक लोकपाल तथा भूषण को राष्ट्रीय अनुशासन समिति के प्रमुख के पद से बर्खास्त कर दिया।

पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की आपात बैठक में आप ने आंतरिक लोकपाल पैनल में बदलाव करते हुए तीन नए सदस्यों को शामिल किया तथा नयी अनुशासन समिति का गठन किया। आप ने फैसला किया है कि अब भूषण के स्थान पर दिनेश वाघेला तीन सदस्यीय अनुशासन समिति की अध्यक्षता करेंगे। इसमें अरविंद केजरीवाल के वफादार माने जाने वाले आशीष खेतान और राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता शामिल हैं। नए लोकपाल पैनल में पार्टी पूर्व आईपीएस अधिकारी एन. दिलीप कुमार, राकेश सिन्हा तथा शिक्षाविद् एस.पी. वर्मा को लायी है।

आप के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता ने कहा, ‘इन सभी लोगों ने पार्टी के लोकपाल पैनल के लिए अपनी ओर से सहमति दे दी है।’ पूर्व नौसेना प्रमुख रामदास को लोकपाल के पद से हटाने का फैसला उस वक्त हुआ है जब एक दिन पहले उन्होंने आप की पीएसी को पत्र लिखकर पार्टी नेतृत्व की आलोचना की थी। बाद में आप ने रामदास को पत्र भेजकर राष्ट्रीय परिषद की बैठक में शामिल नहीं होने के लिए कहा था ताकि ‘टकराव’ को टाला जा सके। रामदास इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए महाराष्ट्र से दिल्ली आए थे, लेकिन उन्होंने कहा कि पार्टी के आग्रह को ‘सम्मान देने’ के लिए वह बैठक में शामिल नहीं होंगे।

आप ने एक समिति का भी ऐलान किया है जो आगामी 22 अप्रैल को भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ होने वाले प्रदर्शन की रूपरेखा को लेकर काम करेगी। पार्टी ने इस मुद्दे को लेकर संसद का घेराव करने की योजना बनाई है। इस समिति में इलियास आजमी, प्रेम सिंह पहाड़ी, योगेश दहिया, सोमेंद्र ढाका, गुरनाम सिंह और किरण वीसा शामिल होंगे। पार्टी ने एक और समिति का गठन किया है जिसकी अध्यक्षता पीएसी सदस्य संजय सिंह करेंगे। यह समिति दूसरे राज्य में संगठन के विस्तार को लेकर गौर करेगी।