नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय परिषद की बैठक खत्म हो गई है। बैठक के बाद बाहर आए पार्टी नेताओं ने एक सुर में कहा कि मारपीट की जो बात कही जा रही है वो सरासर गलत है। AAP नेता संजय सिंह ने कहा कि अगर आप चाहें तो हम इस बात का सबूत भी पेश कर देंगे। पार्टी ने संवाददाता सम्मेलन करके कहा कि 8 लोगों ने योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण के पक्ष में वोट किया जबकि 247 सदस्यों ने उन्हें राष्ट्रीय परिषद से बाहर करने के समर्थन में हाथ उठाया।

संजय सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के भाषण के दौरान ही रमजान खड़े होकर चिल्लाने लगे, तो उन्हें शांत कराने के लिए लोग गए थे। उन्होंने कहा, बाद में वे खुद रमजान के पास गए और उनसे कहा कि अगर किसी ने आपके साथ ऊंची आवाज में भी बात की हो तो उसके लिए मैं माफी मागता हूं।

इससे पहले भारी बवाल के बीच शुरू हुई ‘आप’ की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को हटाने का प्रस्ताव भारी बहुमत से पारित हो गया। इससे पहले राष्ट्रीय परिषद की बैठक शनिवार को बवाल के बीच शुरू हुई, जब योंगेंद्र यादव ने परिषद के कुछ सदस्यों को भीतर ‘आने की अनुमति नहीं देने’ का दावा किया और वह परिसर के बाहर धरने पर बैठ गए।

इस बीच बैठक परिसर के भीतर और आस पास बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए पार्टी स्वयंसेवकों के एक बड़े वर्ग ने यादव के खिलाफ लगातार नारेबाजी की। पार्टी के असंतुष्ट नेताओं यादव और प्रशांत भूषण के अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कापसहेड़ा सीमा पर स्थित कैलिस्टा रिसार्ट में पहले ही पहुंच चुके थे, जहां बैठक आयोजित हुई।

रिसार्ज के चारों ओर पुलिस और आरएएफ का भारी बल तैनात किया गया है जहां एनसी सदस्यों को काउंटर पर पंजीकरण के बाद भीतर आने की इजाजत दी गई। जो सदस्य पहचान, मोबाइल नंबर और निमंत्रण का एसएमएस नहीं दिखा पाए, उन्हें भीतर आने की अनुमति नहीं गई।