लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान ने फसल बर्बादी के कारण सदमें से हो रही किसानों की मौतों पर चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि असामयिक ओलावृष्टि से बर्बाद हुयी फसलों के नुकसान से किसानों की मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है। प्रदेष का किसान अभी बाढ़ और सूखे के प्रकोप से उबर नहीं पाया था कि पुनः असामयिक बरसात से फसल बर्बादी के कारण उस पर पहाड़ टूट पड़ा है जिसके सदमें से किसानों की मौते हो रही हैं। 

चौहान ने कहा कि झांसी के तीन, हमीरपुर, जालौन के दो दो तथा बांदा और रामुपर में एक एक किसान की मौत हो गयी है। परन्तु प्रदेष सरकार मुआवजा देना तो दूर उनकी सुध भी नहीं ले रही है। उन्हांेने कहा कि प्रदेष सरकार किसानों का बिजली बिल भी नहीं माफ कर रही है और न ही फसल क्षतिपूर्ति के लिए पर्याप्त धन मुहैया करा रही है। प्रदेष सरकार के किसान विरोधी आचरण के कारण ही किसानों में हताषा और निराषा व्याप्त है। 

श्री चैहान ने प्रदेष सरकार से मांग करते हुये कहा कि विपरीत मौसम व कुदरत के कहर से हुये फसल की बर्बादी का आंकलन कराकर किसानों को उचित मुआवजा दिया जाय, फसल की बर्बादी से असामयिक काल के गाल में समाये किसानों के परिजनों को मुआवजा राषि तत्काल दी जाय तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाय, प्रदेष में आयी दैवीय आपदा से प्रभावित क्षेत्रों के किसानों का 6 माह का विद्युत बिल माफ किया जाय साथ ही वर्तमान फसल के कृषि ऋण से सम्बन्धित सभी कर्जें माफ किये जाय, केन्द्र सरकार द्वारा घोषित गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर प्रदेष सरकार द्वारा 500 रू प्रति कुन्तल बोनस दिया जाय, वर्तमान आपदा से राहत देने हेतु किसानों का पिछला व वर्तमान सत्र का गन्ना मूल्य तत्काल भुगतान कराया जाय तथा जायद की फसल हेतु बीज व खाद पर अनुदान दिया जाय।