नई दिल्ली। पूर्व सेना प्रमुख और विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह सोमवार को पाकिस्तान दिवस के मौके पर पाक उच्चायोग में आयोजित समारोह में शामिल हुए। पाक उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने सिंह को समारोह में शामिल होने के लिए न्यौता दिया था। समारोह में शामिल हुए वीके सिंह थोड़ी देर के लिए ही रूके। वहीं अलगाववादी नेता मसरत आलम समारोह में शामिल नहीं हुआ। पाक उच्चायुक्त ने मसरत सहित जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को इस समारोह में शामिल होने के लिए न्योता भेजा था। 

समारोह में हुर्रियत नेताओं ने भी शिरकत की। इनके अलावा हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारूक सहित सात अलगाववादी नेताओं ने शिरकत की। इससे पहले कई ऐसे सवाल उठ रहे थे कि, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी जनरल वीके सिंह के साथ समारोह में शामिल होंगी, लेकिन उन्होंने समारोह में शामिल ना होने का फैसला किया।

इससे पहले हुर्रियत कांफ्रेस के अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक के रविवार रात पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित से मुलाकात करने के साथ ही भारत पाक के बीच तनातनी का दौर शुरू हो गया है। इस बीच पाक उच्चायोग ने भारत की आशंकाओं को दरकिनार करते हुए अलगाववादी नेता मसरत आलम को पाक दिवस पर समारोह में भाग लेने का न्यौता दिया है। 

हालांकि कहा जा रहा था कि मसरत आलम ने पाकिस्तान नेशनल डे समारोह में शामिल होने से इंकार कर दिया है। आलम ने बताया कि उन्हें पाक उच्चायोग की ओर से आयोजित पाकिस्तान दिवस के कार्यक्रम का आमंत्रण मिला है, परन्तु वह इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।

उल्लेखनीय है कि मसरत आलम को वर्ष 2010 में तत्कालीन मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की सरकार द्वारा गिरफ्तार किया गया था। मसरत आलम पर भारतीय सेना पर पत्थरबाजी करने सहित कई मामले चल रहे हैं। आलम को हाल ही में मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने रिहा करने का आदेश दिया था। सईद के इस कदम की पूरे देश में आलोचना की गई थी।