लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश पुलिस के सिपाहियों और दरोगाओं की भर्ती मेें हुई धांधली और घपलेबाजी पर सपा सरकार को ज़बरदस्त तरीके से घेरा । पार्टी प्रवक्ता डाॅ0 मनोज मिश्र ने आरोप लगाया कि प्रदेश पुलिस भर्ती और प्रोन्नत बोर्ड के द्वारा पुलिस और दरोगा की भर्ती में जमकर धांधली की गई, आयोग्य उम्मीदवारों का चयन किया गया, मेरिट से छेड़छाड की गई तथा भर्तियों में हर तरह के भ्रष्टाचार को संरक्षण दिया गया। उन्होने कहा कि यह भर्तियां पूरी तरह संदेह के घेरे में है। इन भर्तियों को तत्काल रद्द किया जाय और इन भर्तियों में भ्रष्टाचार के लिए सी.बी.आई. जांच करायी जाय। 

प्रवक्ता डाॅ0 मिश्र ने बताया कि पुलिस आरक्षी की 35500, पी.ए.सी. की 4033, फायरमैन की 2077 तथा दरोगा की 3801 पदो के लिए भर्तियां की गई है। इन भर्तियों का परिणाम संदिग्ध होने के कारण पूरे प्रदेश के अभ्यर्थी आन्दोलन रत है। दरोगा की भर्ती में एक जाति विशेष लोगो के लिए माननीय हाई कोर्ट की रोक के बाद भी सफेदा लगी कापियों के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिये गये। मेडिकल परीक्षा में अभ्यर्थियों को बुलाने में भेद-भाव किया गया। कट आॅफ से कम अंक पाने वाले अभ्यर्थी एक जाति विशेष होने के कारण सफल घोषित किये गये जबकि जिनके अधिक अंक है उनका नाम सफल अभ्यर्थियोें की सूची में नहीं है। 

डाॅ0 मिश्र ने आरोप लगाया कि कुछ अभ्यर्थियों को काल लेटर भेजा गया परन्तु बाद में उनका नाम गायब हो गया। बडे पैमाने पर सुनियोजित तरीके से भर्तियों में धांधली की गई। एक जाति विशेष के लोगो को फायदा पहुॅचाया गया। पूरी की पूरी भर्तियां फर्जीवाडे़ का शिकार हैं। प्रदेश का युवा नौकरी के लिए दर-दर ठोकरें खा रहा है जबकि प्रदेश के भर्ती बोर्ड़ और चयन आयोग जातिवाद, भाई भतीजावाद और भ्रष्टाचार में आकष्ठ डूबे हैं। अभ्यर्थी जायें तो जाये कहां ?

डाॅ0 मिश्र ने आरोप लगाया कि प्रदेश के सभी भर्ती बोर्ड और चयन आयोग भ्रष्टाचार के दल-दल में फंसे है। इनका उद्देश्य सिर्फ एक जाति और एक दल के लोंगो को लाभ पहुॅचाना है। डाॅ0 मिश्र ने प्रदेश सरकार से मांग की इन भर्तियों को तत्काल रद्द किया जाय। भर्ती बोर्ड के विरूद्ध सी.बी.आई. जांच करायी जाय। भर्तियां पारदर्शी  और विश्वसनीय तरीके से पुनः करायी जाय।