लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री मोहम्मद आजम खान ने उनके फेसबुक एकाउन्ट पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले युवक के विरूद्ध अपनी कार्रवाई को सही ठहराया है। खान ने इस युवक पर किसी तरह की रहम करने से इनकार करते हुए उसकी तरफदारी करने के लिए मीडिया की भी आलोचना की। 

उन्होंने कहा, मीडिया इस तरह के सुझाव दे रहा है और यह दुर्भाग्यपूर्ण है। कानून और व्यवस्था कड़े उपायों के जरिए ही लागू हो सकती है। राज्य विधानभवन के सेन्ट्रल हाल में संवाददाताओं से अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने इस बात का कोई जवाब नहीं दिया कि सरकार अन्य आपराधिक मामलों में धीमी गति से काम करती है, जबकि इस मामले में उसने फौरन कार्रवाई की। 

यह पूछने पर कि मुख्यमंत्री ने राजधानी में एटीम लूट और पिछले माह हुए (तिहरे हत्याकांड) का खुलासा 15 दिन में करने को कहा था, लेकिन इस पर अभी कुछ नहीं हुआ, खान ने कहा कि यह सवाल मुख्यमंत्री से पूछा जाना चाहिए। गौरतलब है कि बरेली के 11वीं के छात्र विक्की खान को खान के फेसबुक एकाउन्ट पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में रामपुर पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। 

कुछ दिन पहले सोशल नेटवर्किग साइट्स पर समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव, प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कैबिनेट मंत्री आजम खान की आपत्तिजनक फोटो अपलोड करने के आरोप में वाराणसी के एक पर्यटन अधिकारी रवीन्द्र कुमार मिश्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। 

इसके पहले वर्ष 2013 में प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार के भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को निलंबित करने के फैसले पर फैसबुक पर आलोचनात्मक प्रतिक्रिया करने पर दलित लेखक कंवल भारती को गिरफ्तार कर लिया गया था।