लखनऊ। आज राष्ट्रीय लोकदल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला दहन करके केन्द्र सरकार द्वारा जाट आरक्षण के मुकदमें में समुचित पैरवी न करके जाट आरक्षण निरस्त किये जाने पर अपना विरोध दर्ज कराया। 

चौहान ने कहा कि पूर्ववर्ती यू0पी0ए0 सरकार के कार्यकाल में तत्कालीन नागरिक उडडयन मंत्री चै0 अजित सिंह जी के प्रयासों से केन्द्रीय सेवाओं में भारत के संवैधानिक ढांचे के तहत ओबीसी वर्ग की श्रेणी में हिन्दु, मुस्लिम, सिक्ख और विष्नोई जाटों को समान रूप से आरक्षण का लाभ दिया गया था जिसे केन्द्र सरकार की लचर पैरवी से जाटों को मिलने वाली ओबीसी की सुविधाएं उच्चतम न्यायालय ने खारिज कर दी। उन्होंने कहा कि यदि केन्द्र सरकार जाटों के राजनैतिक आर्थिक व सामाजिक पिछडे़पन का वर्णन व्यवहारिक ढंग से किया होता तो उच्चतम न्यायालय पूर्व में किये गये आरक्षण से सहमत रहता परन्तु वर्तमान सरकार ने साजिश के तहत सुस्त पैरवी करके उक्त आरक्षण को निरस्त करवा दिया।

पुतला दहन करने वालों में मध्य उ0प्र0 के अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह मुन्ना, हाजी वसीम हैदर, प्रो0 यज्ञदत्त शुक्ल, चन्द्रबली यादव, सुरेन्द्र नाथ त्रिवेदी, जिलाध्यक्ष लखनऊ अनिल कुमार सिंह, सोनू रावत, रविप्रकाष सैनी, रमावती तिवारी, शकुन्तला कुरील, लक्ष्मी गौतम, आर0पी0 सिंह चैहान, आदित्य विक्रम सिंह, फूलचन्द्र यादव, हर्ष चैहान, बी0एल0प्रेमी, शहजाद सिददीकी, राजेष शर्मा, हरपाल यादव, मो0 शारिक, अषोक त्रिपाठी, पप्पू मिश्रा, स्वदेष रावत, ब्रजेष रावत, सहित सैकड़ो रालोद पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे।