इटावा। ईमानदारी से कर्तव्यपालन करने वाले दरोगा शैलेन्द्र सिहं व सिपाही को मुख्यमंत्री द्वारा 50-50 लाख का इनाम दिया जाये और जेल में बंद दरोगा शैलेन्द्र सिहं को तत्काल रिहा किया जाये। यह बात उत्तर प्रदेश पुलिस एसोसियेशन के अध्यक्ष सुवोध यादव ने कही। सुवोध यादव ने इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री को पत्र भी भेजा है। 

उन्होने कहा कि इलाहावाद में वकीलो द्वारा पुलिस कर्मियो के साथ किये गये दुव्र्यवहार तथा पुलिस कर्मी को गोली मारे जाने की घटना उच्चस्तरीय जाॅच का विषय है। उन्होने कहा कि दरोगा ने अपने बचाब में गोली चलाई थी। लेकिन गोली पहले वकीलो ने चलाई थी। यह जाॅच का विषय है कि मृत वकील वकील की गोली से मरे है या दरोगा शैलेन्द्र सिहे की गोली से।  सुवोध यादव ने कहा कि  प्रदेश सरकार ईमानदारी से कार्य करने वाले सिपाही का अच्छा इलाज नही करा रही है। सिपाही को इलाज के लिये मेदांता भेजा जाये। सुवाध यादव ने कहा कि सूबे में अखिलेश सरकार को बनबाने में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका रही है लेकिन अब सरकार पुलिस के हितो की अनदेखी कर रही है। उन्होने कहा कि शासन द्वारा पुलिस कर्मियो का न्यायालय में हथियार लेकर जाना प्र्र्रतिबंधित किया जाना पूर्णतया गलत है इससे अपराधियो का मनोबल बढेगा। और न्यायालय परिसर में हिंसा की संभावनाये वढने से इंकार नही किया जा सकता। उन्होने कहा कि सरकार इस मामले पर पुर्नविचार कर इस आदेश को रद्द कराये। 

उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार पुलिस कर्मियो की समस्याओं व माॅगो पर कोई ध्यान नही दे रही है इससे पुलिस कर्मियो में सराकर के प्रति निराशा है उन्होने मुख्यमंत्री से माॅग की है कि दरोगा को तत्काल रिहा किया जाये और सिपाही का बेहतर इलाज के लिये मेदांता अस्पताल भेजा जाये। सुवोध यादव ने इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री को पत्र भी भेजा है। उन्होने कहा कि इस घटना से पूरे प्रदेश की पुलिस का मनोबल गिरा है।