भूमि अधिग्रहण विधेयक को लेकर कांग्रेस का जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन

नई दिल्ली। कांग्रेस ने नरेन्द्र मोदी सरकार को “किसान विरोधी” करार देते हुए भूमि अधिग्रहण विधेयक के विरोध में सोमवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश, अहमद पटेल, राज बब्बर और युवा कांग्रेस अध्यक्ष अमरेन्द्र सिंह राजा बरार की अगुवाई में युवा कांग्रेस के बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया और संसद की तरफ बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस को पानी के बौछारों का भी इस्तेमाल करना पड़ा। 

इस दौरान कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बिना नाम लिए इशारों-इशारों में जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कुछ लोग गरीब किसानों की जमीन छीनना चाहते हैं उनके अहंकार को हमें तोड़ना आता है। पटेल ने कहा कि किसानों और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को 56 इंच का सीना 28 इंच का करना आता है।

पटेल यही नहीं रुके और उन्होंने ओबामा के भारत दौरे पर भी मोदी को निशाना बनाया और कहा कि बराक के सामने दूल्हा बनकर बैठे थे। और गरीब किसानों की परवाह नहीं है। उनकी जमीन छीनना चाहते हैं। वहीं राज बब्बर ने भी पीएम पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसानों की जमीन छिन रही है।

कांग्रेस के युवा कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के भट्टा परसोल से भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ मार्च शुरू किया था और रविवार रात राजघाट पहुंचा था। उल्लेखनीय है कि सरकार ने कई संशोधनों के बाद पिछले सप्ताह लोकसभा में भूमि अधिग्रहण विधेयक को पारित कर दिया है, जिसे अभी राज्यसभा की मंजूरी मिलना बाकी है। 

कांग्रेस का आरोप है कि यह विधेयक किसान विरोधी है और इसमें किसानों का हित का ध्यान नहीं रखा गया है। पूर्व मंत्री रमेश ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि भूमि अधिग्रहण विधेयक को लेकर संसद और संसद से बाहर हमारी लड़ाई किसानों की हितों के लेकर निरंतर जारी रहेगी। 

उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण विधेयक किसान विरोधी है और कांग्रेस किसानों के लिए निरंतर संघर्ष करती रहेगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ऑस्कर फर्नाडिस ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यह सरकार गरीबों और किसानों की भलाई की दुहाई देकर सत्ता पर काबिज हुई थी और आज उन्हीं के खिलाफ काम करने में जुटी हुई है।

बब्बर ने कहा कि सरकार ने इस विधेयक में जो भी संशोधन किए हैं उससे कांग्रेस कतई सहमत नहीं है। किसानों को यह हक नहीं है कि वह अपनी जमीन बेचने अथवा नहीं बेचने का फैसला ले सकें। उन्होंने कहा कि यह विचित्र बात है कि किसान जो भूमि को अपनी मां मानता है, उसे दूसरे को बेचने के लिए उसकी सहमति आवश्यक नहीं है। 

प्रदर्शनकारी गृह मंत्री राजनाथ सिंह के आवास का घेराव करने पहुंचे, जहां पुलिस ने युवा कांग्रेस के कई कार्यर्ताओं को हिरासत में ले लिया। सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस मोदी सरकार के किसान विरोधी किसी भी कदम का समर्थन नहीं करेगी और वह सरकार को बेनकाब करेगी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का किसान विरोधी चेहरा पूरी तरह बेनकाब हो गया है और कांग्रेस तथा किसानों की जीत होगी।