नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान के बीच 23 साल और 6 मैच पुरानी वर्ल्ड कप की अदावत अपने उस मैदान पर पहुंच सकती है, जहां से ये शुरू हुई थी। जी हां, सिडनी में 1992 की यादें 26 मार्च को ताजा हो सकती हैं। अगर दोनों टीमें क्वार्टरफाइनल मुकाबला जीत जाती हैं तो सिडनी में सेमीफाइनल में इनके बीच वर्ल्ड कप इतिहास की 7वीं टक्कर होगी। यानी एक और मौका आ सकता है जब जश्न और मायूसी के बीच एक बॉर्डर लाइन खिंची जाएगी।

लीग मैचों में क्लीन स्विप करने के बाद अब टीम इंडिया की अगली टक्कर गुरुवार को बांग्लादेश के खिलाफ होगी। लेकिन इस बीच भारत-पाकिस्तान के बीच एक और मुकाबले की आहट से क्रिकेट फैंस के कान खड़े हो गए हैं। इसकी वजह है खराब शुरुआत करने वाली पाक टीम का अचानक कायालट होना। शुरुआती दो मैच गंवाने के बाद पाक टीम फॉर्म में आ चुकी है और अपने आखिरी 4 मैच लगातार जीती है।

भारत और पाकिस्तान के सेमीफाइनल में जिस भिड़ंत की उम्मीद लगाई जा रही है वो सिडनी के मैदान पर होना है। ये वही मैदान है जहां वर्ल्ड कप में भारत-पाकिस्तान टक्कर के इतिहास का पहला चैप्टर लिखा गया था। दुनिया के अलग-अलग देशों और मैदानों से गुजरते हुए इस पुरानी अदावत को एकबार फिर शुरुआती मैदान पर देखना एक गौरवमयी इतिहास को दोहराने जैसा होगा।

भारत ने इस मुकाबले में पाकिस्तान को 43 रन से हराया था। इत्तेफाक कि बात है कि वर्ल्ड कप में अब तक सभी टीमों को ऑल आउट करते आई टीम इंडिया ने पाकिस्तान को उसबार भी ऑल आउट किया था। सिडनी से सिडनी तक के इस सफर में दोनों टीमों के बीच सेमीफाइनल की टक्कर सिर्फ एक बार हुई है। मोहाली में हुई उस भिड़ंत की यादें तो अभी ताजा हैं। 2011 का उस मुकाबले में तो क्रिकेट के साथ ही राजनीतिक गलियारे में भी खूब चौके-छक्के जड़े गए।

वर्ल्ड कप में अब तक भारतीय टीम पाकिस्तान पर 6 जीत हासिल कर चुकी है। हालांकि अभी भारत-पाक मुकाबले की ये उम्मीद अगले 4 दिनों के समीकरण पर टिकी है। बांग्लादेश पर भारत की जीत की संभावनाओं को अगर म्रुाबूत मान भी लें तो मेजबान ऑस्ट्रेलिया से जीतने के लिए पाकिस्तान को नाकों चने चबाने पड़ेंगे। जो भी हो बॉर्डर के दोनों तरफ क्रिकेट फैंस चाहते हैं कि 40 दिन पहले एडिलेड में हुई टक्कर की जमीन 4 दिन बाद एकबार फिर तैयार हो जाए।