नई दिल्ली: एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने सरकार से बीबीसी के वृतचित्र के प्रसारण पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने की मांग की है। इस वृतचित्र में 2012 के निर्भया सामूहिक बलात्कार एवं हत्या के बाद की स्थिति को दर्शाया गया है।

गिल्ड ने कहा है कि यह कदम गैर जरूरी था और उसने केंद्र सरकार से प्रतिबंध हटाने की मांग की है।

गिल्ड ने अपने बयान में कहा कि वृत्तचित्र इंडियाज़ डाटर में एक ऐसे परिवार के साहस, समझबूझ और उदारवादी सोच को दर्शाया गया है, जो अपनी बच्ची के साथ हुई इस तरह की बर्बरता से पीड़ित है और जहां महिलाओं के प्रति दोषी समेत वकील एवं शिक्षित वर्ग का इस तरह का शर्मनाक रुख है।

एडिटर्स गिल्ड ने अपने बयान में कहा कि उनका तर्क कि प्रतिबंध न्याय के हित में और व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगाया गया, क्योंकि फिल्म तनाव की स्थिति पैदा करने के साथ महिलाओं में भय पैदा कर रही थी और दोषी मामले में अपील के लिए मीडिया का इस्तेमाल कर सकते थे.. प्रतीत होता है कि यह उत्तरचिंतन था।