लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कानून व्यवस्था पर सरकार की नियत को लेकर सवालियां निशान खड़े करते हुए कहा कि खराब होगी कानून व्यवस्था तो आलोचना होगी ही। भाजपा प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि मुख्यमंत्री सदन में आग्रह करते है कि कानून व्यवस्था की लेकर सरकार की आलोचना न हो। लेकिन यदि कानून तोड़ने वाले कानून को वांछित रसूखदार लोग सत्ता के इर्द-गिर्द दिखेगे तो प्रश्न खड़े होंगे ही।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जिस तरह गम्भीर आरोपों में वांछित लोग मंत्रियों के कार्यक्रम में खुले-आम घूम रहे है और यहां तक की विधान भवन में मुख्यमंत्री के करीब तक पहंुच जा रहे है वह कानून व्यवस्था के प्रति सरकार के लचर रवैये का प्रमाण है तथा अपराधी गतिविधियों में लिप्त लोगों के मनोबल को बढ़ाने वाला है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार इसी मंशा  के साथ कानून व्यवस्था ठीक करना चाहती है तो वो अपने-आप में दिवास्वप्न ही है।

हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि लखनऊ में हुई ए.टी.एम. लूट और हत्या का आज तक खुलासा नहीं हो सका। मेरठ में रिटायर्ड जज के घर 21 लाख की लूट होती है तो मेरठ जनपद के परतापुर में अपराधी 57 लाख की शराब से लदी ट्रक लूटा जाता है, रायबरेली रोड पर सरिया से लदी ट्रक अपराधी लूटकर भागते है और पुलिस वालों पर फायरिंग करते है। एटा जेल तलाशी के दौरान बंदियो के पथराव से जेलर सहित पांच कर्मचारी घायल होते है यह प्रदेश की बदहाल कानून व्यवस्था की कुछ घटनाएं है।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रतापगढ़ की एक युवती को कार में खींच कर गैंगरेप किया जाता है और झूसी में सड़क के किनारे फेंक दिया जाता है। आलम यह है कि केवल मार्च के महीने में बलरामपुर के सादुल्लानगर के थाना क्षेत्र, एटा जनपद में निजी स्कूल की छात्रा, उन्नाव जनपद में दरिंदो द्वारा दुष्कर्म कर विडियों बनाना तथा नोएडा में बच्ची के साथ रेप आदि की अनेक घटनाएं प्रदेश की कानून व्यवस्था और शासन के इकबाल के सामने प्रश्न चिन्ह खड़ी करते है।