नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन से छूट मिलने के बाद कारोबार को हुए नुकसान की भरपाई के लिए कई राज्यों ने फैक्ट्रियों ने कामकाज के घंटे आठ से बढ़ाकर 12 घंटे कर दिए हैं और कुछ राज्योंमन ने अतिरिक्त घंटों के लिए दोगुना वेतन देने का फैसला किया है।

माना जा रहा है कि यह कदम सरकार के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किए बिना जरूरी वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति तथा मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है। सरकार ने इन फैक्ट्रियों को काम शुरू करने के लिए जारी दिशा-निर्देश में कहा है कि वे कम कर्मचारियों के साथ सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए काम शुरू कर सकते हैं। राजस्थान, हिमाचल प्रदेश तथा गुजरात पहले ही इस बदलाव की घोषणा कर चुके हैं।

पंजाब में लेबर डिपार्टमेंट में प्रिंसिपल सेक्रटरी विजय कुमार जांजुआ ने कहा, 'कामकाज के घंटे बढ़ाने की इंडस्ट्री की मांग को सरकार ने स्वीकार कर लिया है और इस बारे में आने वाले दिनों में अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।' उन्होंने कहा, 'कामकाज के घंटे को आठ से बढ़ाकर 12 घंटे किया जा रहा है और अतिरिक्त घंटों के लिए मेहनताना दोगुना होगा।'

उन्होंने कहा कि यह फैसला कामगारों को ज्यादा से ज्यादा कमाने का मौका प्रदान करेगा। लॉकडाउन में उन्हीं फैक्ट्रियों को कामकाज शुरू करने की अनुमति दी गई है, जिनके परिसर में ही उसके कामगार रहते हैं। उन्होंने कहा कि इससे मजदूरों की कमी की समस्या से निपटने में भी मदद मिलेगी।