न्यूयॉर्क: कोरोनावायरस और COVID-19 के इलाज के लिए प्रायोगिक रूप से इस्तेमाल की गई दवा Remdesivir रैन्डमाइज़्ड क्लिनिकल ट्रायल में नाकाम हो गई है. यह बात गुरुवार को अचानक जारी हुए नतीजों से सामने आई है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन की वेबसाइट पर कुछ देर के लिए ड्राफ्ट समरी सामने आई, और इसकी ख़बर सबसे पहले 'फाइनेंशियल टाइम्स' और 'स्टैट' ने एक स्क्रीनशॉट के साथ दी थी.
लेकिन इस दवा (Remdesivir) को बनाने वाली कंपनी Gilead Sciences ने WHO की अब डिलीट की जा चुकी पोस्ट में दिए नतीजों को नकारते हुए कहा है कि डेटा से 'संभावित लाभ' हुआ है.
समरी में बताया गया कि चाइनीज़ ट्रायल में कुल 237 मरीज़ों को शामिल किया गया, जिनमें से 158 को यह दवा दी गई, और शेष 79 को कन्ट्रोल ग्रुप में रखा गया. Remdesivir के साइड इफेक्ट्स के चलते 18 मरीज़ों में जल्दी बंद कर देना पड़ा.
एक माह के बाद, Remdesivir ले रहे 13.9 फीसदी मरीज़ों की मौत हो गई, जबकि कन्ट्रोल ग्रुप में रखे गए मरीज़ों में मौत का आंकड़ा 12.8 फीसदी रहा. सांख्यिकीय रूप से यह आंकड़ा खास मह्तवपूर्ण नहीं है.
WHO ने 'फाइनेंशियल टाइम्स' को बताया कि ड्राफ्ट की समीक्षा जारी है, और यह गलती से समय से पहले प्रकाशित हो गया था.
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