नई दिल्ली: देश भर में जारी कोरोना महामारी के बीच जिस तरह एक समुदाय के लोग दूसरे समुदाय को लोगों पर कोरोना संक्रमण फैलाने के आरोप लगा रहे हैं। कई जगहों पर कोरोना महामारी को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है।

इन सबके बीच देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद ट्वीट कर कहा कि यह समय एकता व भाईचारे को बनाए रखने का है। इसके साथ ही पीएम ने कहा कि कोरोना लोगों को बीमार करने से पहले उसकी जाति, रंग, धर्म व नस्ल नहीं देखता है। साथ ही पीएम ने कहा कि इस लड़ाई में हम सबों को एकजुट रहने की जरूरत है।

बता दें कि देश में पीएम नरेंद्र मोदी का यह बयान तब आया है, जब भारत में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने ताजा जानाकीर देते हुए कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के शनिवार से 1,334 नए मामले सामने आए, बीते 24 घंटों में 27 लोगों की इससे हुई मौत। अब तक कोरोना वायरस का पता लगाने के लिये 3,86,791 टेस्ट किये गए, शनिवार को 37,173 टेस्ट किये गए। अभी तक 507 लोगों ने जान गंवाई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि टीके और दवा के परीक्षण से संबंधित विज्ञान के मोर्चे पर काम करने के लिए एक उच्च स्तरीय कार्यबल रविवार को गठित किया गया। मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ टीका बनाने के लिये डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी को केंद्रीय समन्वय एजेंसी नियुक्त किया गया है।

वहीं, हॉटस्पॉट्स के निषिद्ध क्षेत्रों (कंटेनमेंट जोन) में 20 अप्रैल से किसी तरह की राहत नहीं दी गई है। सिनेमा घर, वाणिज्यिक परिसर, धार्मिक स्थल तीन मई तक बंद रहेंगे। देश में कोविड-19 के लिये विशेष तौर पर 775 अस्पताल और 1,389 स्वास्थ्य देखभाल केंद्र अधिकृत किये गए हैं।