नयी दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि कोरोना संकट का नवोन्मेषी समाधान तलाशने के लिए वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और डेटा विशेषज्ञों को काम पर लगाने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस एक चुनौती के साथ एक अवसर भी है। गांधी ने ट्वीट किया, “कोविड-19 महामारी बहुत बड़ी चुनौती है, लेकिन यह एक अवसर भी है। हमें अपने वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और डेटा विशेषज्ञों को संकट के इस समय में नवोन्मेषी समाधान के लिए काम पर लगाने की जरूरत है।”

वहीं, शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेठी में जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए पांच ट्रक चावल, पांच ट्रक आटा/ गेहूं और एक ट्रक दाल के साथ तेल मसाला एवं अन्य खाद्य सामग्री भेजी है। अमेठी जिला कांग्रेस के प्रवक्ता अनिल सिंह ने बताया कि अमेठी में कोई भूखा न रहे और हर जरूरतमंद के पास राहत सामग्री पहुंचे, यह सुनिश्चित करने के लिए अमेठी संसदीय क्षेत्र की 877 ग्राम पंचायतों एवं एवं नगर पंचायतों/नगर पालिकाओं में आज तक राहुल गांधी की तरफ से 16,400 राशन किट वितरित की गयी हैं।

उन्होंने बताया कि 12,900 लोगों को मध्याह्न भोजन के पैकेट अभी तक पहुंचाए जा चुके हैं और संकट की इस घड़ी में 50 हजार मास्क, 20 हजार सेनिटाइजर और 20 हजार साबुन भी लोगों को बांटे गए हैं। सिंह ने बताया कि राहुल गांधी के मार्गदर्शन में चल रहे ‘कांग्रेस फाइट्स कोरोना ग्रुप’ के माध्यम से सुदूर प्रदेशों में रह रहे अमेठी संसदीय क्षेत्रवासियों की भी मदद की जा रही है। राहुल गांधी एक ट्रक चावल,एक ट्रक गेहूं एवं अन्य सामग्री इससे पहले भी भेज चुके हैं ।