मेरठ के एक प्रतिष्ठित कैंसर अस्पताल के अखबार में छापे विज्ञापन से विवाद खड़ा हो गया है| विज्ञापन में आर्थिक रूप से संपन्न हिन्दू और जैन समाज के अधिकांश लोगों को कंजूस बताया गया है|

दरअसल अस्पताल की ओर से यह विज्ञापन कोरोना वायरस महामारी के सन्दर्भ में छपवाया गया था| अस्पताल के प्रबंधन की ओर से आज (17 अप्रैल) को छपे इस विज्ञापन में तब्लीग़ी जमातियों पर प्रहार किया गया है और भारत में कोरोना वायरस के प्रसार का ज़िम्मेदार माना गया है|

इसके अतिरिक्त अस्पताल में मुसलमानों को एडमिट करने पर guidlines जारी की गयी हैं | मुस्लिम मरीज़ों और तीमारदारों के लिए admit होने से पहले कोरोना वायरस का टेस्ट ज़रूरी कर दिया गया है| रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही मुस्लिम मरीज़ को एडमिट करने की बात कही गयी है

विज्ञापन का सबसे विवादित वह है कि जिसमें आर्थिक रूप से संपन्न अधिकाँश हिन्दुओं और जैनियों को कंजूस बताया गया है| उनसे कंजूसी छोड़कर पीएम केयर्स फण्ड में देने की बात कही गयी है|

कैंसर अस्पताल का यह विज्ञापन सोशल मीडिया में ट्रेंड करने लगा है और users अस्पताल को लगातार खरी खोटी सुना रहे हैं| इस विज्ञापन से हिन्दू और जैन समाज के लोग काफी नाराज़ बताये जा रहे हैं