न्यूयोर्क: कोरोना वायरस से दुनिया के किसी भी शहर की तुलना में अमेरिका का न्यूयॉर्क सबसे ज्यादा प्रभावित है। अमेरिका में मंगलवार (7 अप्रैल) को कोरोना वायरस के केसों की संख्या 367,629 पहुंच गई है जबकि कोविड-19 से संक्रमित 10941 लोगों की मौत हुई है। अमेरिका में 30 फीसदी केस और करीब 45 फीसदी मौत सिर्फ न्यूयॉर्क में हुई है। न्यूयॉर्क में अब तक 1.31 लाख केस हैं और 4758 लोगों दम तोड़ दिया है। न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू कुओमो ने चेताया कि न्यूयॉर्क में संक्रमण से करीब 16 हजार लोगों की जान जा सकती है। न्यूयॉर्क में इतनी मौतों से अस्पतालों के अलावा मुर्दाघरों की समस्या पैदा हो गई है।

गार्डियन में छपी खबर के अनुसार, न्यूयॉर्क शहर के सिटी काउंसिल हेल्थ कमेटी के चेयरमैन मार्क लेवाइन ने मुर्दाघर के विकल्प बनाने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस मृतकों के चलते शव इतने अधिक हो गए हैं कि शहर के सभी मुर्दाघर भरे हुए हैं। पब्लिक पार्क में अस्थायी सामूहिक कब्र बनाने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि किस पार्क में शवों को दफनाया जाएगा, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है। लेवाइन ने पार्क में सामूहिक कब्र को लेकर ट्वीट भी किया। एक ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'इसके तहत एक लाइन में 10 ताबूत दफन किए जाएंगे और यह बहुत ही सम्मानजनक तरीके से किया जाएगा।'

उनके अलावा मेयर बिल डे ब्लासियो ने भी सामूहिक कब्र पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब तक ऐसी कोई योजना नहीं बनाई गई है, लेकिन ऐसा विचार है। उन्होंने कहा, 'अगर हमें संकट से पार पाने के लिए ऐसी जरूरत लगी तो किया जाएगा।'

व्हाइट हाउस कार्य बल के सदस्यों ने कहा कि नए आंकड़ों के आधार पर गणना में बताया गया है कि इस वायरस से अब 1,00,000 से कम मौत की आशंका है। इससे पहले की गणना में कहा गया था कि इस वायरस से देश में 1,00,000 और 2,00,000 लोगों की मौत हो सकती है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में नियमित संवाददाता सम्मलेन में कहा कि रोकथाम की नई रणनीति से आशा मिली है। अस्पताल अब बड़ी संख्या मामालों का देखरेख कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि हमने काफी कुछ हासिल