लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सरकार की ओर संचालित प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में सत्र 2020-21 से छात्र-छात्राओं को खादी से बनी हुई स्कूल ड्रेस मुफ्त में बांटी जाएंगी। स्वदेशी कपड़े को बढ़ावा देने के लिए इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत ऐसा किया जाएगा। ऐसे में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने इसके लिए यूपी खादी और ग्राम उद्योग बोर्ड के अलावा उत्तर प्रदेश औद्योगिक सहकारी संघ लिमिटेड (Upica) से प्रदेश के 14 जिलों में बच्चों को खादी के यूनिफार्म वितरित करने को कहा है।

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सत्र 2019-20 में खादी की ड्रेस की शुरूआत लखनऊ सहित चार जिलों से की गई है, जिसके बाद अब इस बार से इसका दायरा बढ़ाया जा रहा है। इसलिए अब 14 अन्य जिलों में भी ऐसा ही किया जाएगा। खादी की बनी हुई ड्रेस इस वर्ष लखनऊ, सीतापुर, शामली, एटा, कानपुर नगर, मुरादाबाद, आंबेडकर नगर, वाराणसी, अयोध्या, आजमगढ़, गोरखपुर, गौतमबुद्ध नगर, मऊ और मेरठ जनपद में कक्षा एक से कक्षा-8 के छात्र-छात्राओं के बीच वितरित की जाएगी।

इस मामले में बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ सर्वेंद्र विक्रम सिंह ने संबंधित जिलों के बीएसए को निर्देश भी दे दिए हैं। हालांकि, इस समय कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सभी स्कूल बंद हैं, लेकिन नए सत्र से बेसिक शिक्षा विभाग बच्चों को पाठ्य पुस्तकें व यूनिफार्म उपलब्ध कराएगा।

आपको बता दें कि स्वदेशी कपड़े को बढ़ावा देने के लिए इस पायलट प्रोजेक्ट को शुरू किया गया है। ऐसे में जहां एक ओर छात्रों को गहरे भूरे रंग की पैंट के साथ गुलाबी रंग की शर्ट दी जाएगी तो वहीं छात्राओं को गहरे भूरे रंग की स्कर्ट के साथ गुलाबी रंग की शर्ट मिलेगी। छात्र-छात्राओं के शर्ट का कॉलर भूरे रंग का होगा।

छात्र-छात्राओं को दो सेट ड्रेस के दिए जाएंगे। ऐसे में सरकारी विद्यालयों में सर्व शिक्षा अभियान के तहत पंजीकृत कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को दो सेट ड्रेस मुफ्त मिलेंगे। मगर अभी तक यह नहीं पता चला है कि ड्रेस वितरण कब से शुरू होगा।