लखनऊ: पशुधन प्रचार अधिकारी संघ ने निर्णय लिया है कि ‘‘ कोराना’’ महामारी आपदा के परिणाम स्वरूप राज्य सरकार के समक्ष बढ़ती आर्थिक जरूरत को पूरा करने के लिए प्रदेश के पशुधन प्रचार अधिकारी 50 लाख की सहायता राशि मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करेगें। यह जानकारी संघ के महामंत्री रविन्द्र यादव ने दी।

रविन्द्र यादव ने बताया कि संघ के प्रदेश अध्यक्ष नितिन सिंह एवं अन्य पदाधिकारियों की सहमति से यह निर्णय लिया गया है कि प्रदेश के समस्त पशुधन प्रसार अधिकारी अपने एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री रहात कोष में जमा करायेगें। उन्होंने कहा कि वर्तमान संकट की घड़ी में केन्द्र सरकार ने 1 लाख 70 हजार करोड़ के प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज की घोषणा की है। ऐसे में सामाजिक संगठनों के साथ हमारा भी फर्ज बनता है कि हम सब संगठित होकर देश को इस विपत्ति से निकालने के लिए तन-मन-धन से सहयोग करे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में लगभग 2500 पशुधन प्रसार अधिकारी कार्यरत है। जिनका औसतन प्रतिदिन का वेतन 1500 से 2500 रूपये है। इस तरह से एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किये जाने से यह राशि लगभग 50 लाख रूपये होगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस विपत्ति के दौर में अगर सरकार उन्हें किसी सेवा के लिए प्रयोग करना चाहेगी तो पशुधन प्रसार अधिकारी तैयार है।