नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को कोरोना वायरस से निपटने के लिए सभी से एकजुट होने की अपील की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि चिकित्सा जांच का दायरा बढ़ाया जाए। साथ ही सरकार को विभिन्न वर्गों पर पड़ने वाले आर्थिक प्रभाव से निपटने के लिए विशेष राहत पैकेज की घोषणा करनी चाहिए।

कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने एक बयान में कहा कि कोरोना वायरस लोगों के जीवन के लिए खतरा है और इससे जीविका पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। हम दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्धता के साथ इस मुश्किल समय से बाहर आ सकते हैं। सोनिया गांधी ने कोरोना वायरस का छोटे, मझोले कारोबारियों, किसानों और मजदूरों पर पड़ने वाले विपरीत प्रभाव का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार को इनके लिए राहत पैकेज की घोषणा करनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि 130 करोड़ लोगों के देश में अब तक केवल 15071 लोगों की जांच की गई है। हमें निगरानी में रखे गए सभी लोगों की जांच करनी चाहिए और जांच का दायरा उन सभी लोगों तक ले जाना चाहिए जो कोरोनो पॉजिटिव पाए लोगों के सीधे संपर्क में आए हैं। सोनिया गांधी ने कहा कि मास्क, सेनिटाइजर, दूसरे स्वास्थ्य सुरक्षा सुरक्षा उपकरणों, खाने-पीने की वस्तुओं की बाजार में निर्बाध आपूर्ति और उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।

इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि छोटे व्यापारियों और मजदूरों को ताली बजाने से मदद नहीं मिलेगी और इनको राहत देने के लिए सरकार को तत्काल कदम उठाने होंगे। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'कोरोना वायरस हमारी नाजुक अर्थव्यवस्था पर एक कड़ा प्रहार है। छोटे, मध्यम व्यवसायी और दिहाड़ी मजदूर इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। ताली बजाने से उन्हें मदद नहीं मिलेगी।' उन्होंने कहा, 'आज नकद मदद, टैक्स ब्रेक और कर्ज अदायगी पर रोक जैसे एक बड़े आर्थिक पैकेज की जरुरत है. तुरतं कदम उठाये।'