मुुंबई: येस बैंक संकट को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा, "मैं भरोसा दिलाना चाहती हूं कि येस बैंक के हर जमाकर्ता का धन सुरक्षित है. रिजर्व बैंक ने मुझे भरोसा दिलाया है कि येस बैंक के किसी भी ग्राहक को कोई नुकसान नहीं होगा . येस बैंक के मुद्दे को रिजर्व बैंक और सरकार विस्तृत तौर पर देख रहे हैं, हमने वह रास्ता अपनाया है जो सबके हित में होगा.

रिजर्व बैंक एक नियामक के तौर पर येस बैंक के मुद्दे का तेजी से समाधान करने की दिशा में काम कर रहा है, यह कदम जमाकर्ताओं, बैंक और अर्थव्यवस्था के हित में उठाए गए हैं. येस बैंक के ग्राहकों के लिए 50,000 रुपये की सीमा में पैसा निकालना सुनिश्चित करना सबसे पहली प्राथमिकता है.

इससे पहले आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि बैंक से जुड़े मुद्दों का समाधान ‘बहुत जल्दी' कर लिया जाएगा. उन्होंने ने कहा, ‘‘ येस बैंक का समाधान बहुत तेजी से कर लिया जाएगा. हमने इस पर रोक के लिए 30 दिन की समय सीमा तय की है. रिजर्व बैंक की ओर से इस दिशा में आप बहुत जल्द कार्रवाई होते देखेंगे.''

दास ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि येस बैंक पर रोक लगाने का निर्णय किसी एक इकाई को ध्यान में रखकर नहीं किया गया, बल्कि यह निर्णय देश के बैंकिंग क्षेत्र और वित्तीय प्रणाली की सुरक्षा और स्थिरता को बनाए रखने के ‘व्यापक संदर्भ' को लक्ष्य करके किया गया है. दास ने कहा, ‘‘मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि हमारा बैंकिंग क्षेत्र पूरी तरह से सुचारू और सुरक्षित बना रहेगा.'' उन्होंने कहा कि आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए केंद्रीय बैंक पूरी तरह तैयार है. वित्तीय और बैंकिंग क्षेत्र की स्थिरता को बनाए रखने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं.