नई दिल्ली. यस बैंक पर प्रतिबंध लगाने और विड्रॉल लिमिट तय करने के ठीक एक दिन बाद ही वित्त मंत्री ​निर्मला सीतारमण ने इस बारे में एक खास प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. साथ ही, भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी वेबसाइट पर यस बैंक के रिस्ट्रक्चरिंग के बारे में विस्तृत जानकारी दे दी है. देश का सबसे बड़ा बैंक यानी भारतीय स्टेट बैंक यस बैंक में 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगा.

यस बैंक में नवनियुक्त एडमिनिस्ट्रेटर के बाद नए बोर्ड का गठन किया जाएगा. RBI ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर बैंक रिस्ट्रक्चरिंग प्लान (Yes Bank Restructuring Plan) के बारे में जानकारी दे दी है. पहले की तरह ही नया बोर्ड बनने के बाद बैंक डिपॉजिट्स और देयताओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने यह भी कहा कि अगले एक साल तक बैंक कर्मचारियों की नौकरी और सैलरी सु​रक्षित है.

RBI का रिवाइवल प्लान

बैंक का ऑथराइज्ड कैपिटल घटाकर 5000 करोड़ रुपए पर आ जाएगा।

RBI नए यस बैंक में एडिशनल डायरेक्टर नियुक्त करेगा।

यस बैंक के इक्विटी शेयर 2 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से 2400 करोड़ रुपए रहेगा।

SBI निवेश करने के तीन साल तक बैंक में अपनी हिस्सेदारी 26 फीसदी से कम नहीं करेगा।

SBI यस बैंक में 49 फीसदी हिस्सेदारी लेगा।

नए यस बैंक के पास छह सदस्यों वाला बोर्ड होगा। नए बोर्ड में एक नॉन एग्जिक्यूटिव चेयरमैन और 2 नॉन-एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर होंगे।

यस बैंक के सभी डिपॉजिट पहले की तरह बने रहेंगे।

नया बैंक बनने के बाद यस बैंक को टीयर -1 बॉन्ड हमेशा के लिए बैलेंस शीट से हटाना होगा।

नए बैंक के ड्राफ्ट को लेकर अगर कोई शिकायत होगी तो उसे 9 मार्च से पहले बताना होगा।

नए यस बैंक का बोर्ड बैंक के बड़े अधिकारियों को निकलने के लिए कह सकता है।

यस बैंक के सभी ब्रांच और ऑफिस उसी जगह पर पहले की तरह चलते रहेंगे।

नया यस बैंक नए ब्रांच शुरू कर सकता है लेकिन उसे मौजूदा ब्रांच बंद करना होगा।

यस बैंक के कर्मचारियों की नौकरी अगले एक साल तक नहीं जाएगी। नए यस बैंक में भी उनकी सैलरी पहले की तरह रहेगी। उसमें कोई कटौती नहीं होगी।

यस बैंक में पैसा लगाने वाली कंपनी के बोर्ड में दो सदस्य रहेंगे।

CEO और MD सहित बैंक के बोर्ड में कुल 6 सदस्य होंगे।

ड्राफ्ट स्कीम कमेंट के लिए सेबी और यस बैंक को भेजा गया है।