नई दिल्ली: दिल्ली हिंसा में मरने वालों का आंकड़ा 53 पहुंच गया है. जीटीबी अस्पताल लाए गए 44 पीड़ितों और राम मनोहर लोहिया अस्पताल लाए गए 5 पीड़ितों की मौत हो चुकी है. लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में भी 3 पीड़ितों और जग प्रवेश चंद्र अस्पताल में एक हिंसा पीड़ित की मौत हो चुकी है. राजधानी दिल्ली में चार दिनों तक जारी रही हिंसा में 200 से अधिक लोग घायल हो गए, इनमें 11 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. हिंसा की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की दो एसआईटी टीम गठित की गई हैं.

उत्तर-पूर्वी दिल्ली क्यों और कैसे जला? यह हादसा था या फिर सोची समझी रणनीति के तहत फैलाया गया दंगा? इन सवालों के जवाब तलाश कर जवाबदेही तय करने के लिए गठित दिल्ली पुलिस अपराध शाखा की एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है.

एसआईटी गठित होने के तत्काल बाद दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के एडिशनल पुलिस कमिश्नर ने सबसे पहले एक अपील जारी की. आम-नागिरक और मीडिया के नाम जारी अपील में कहा गया है कि इस हिंसा की जांच में जिसके पास जो भी तस्वीरें, वीडियो फुटेज या फिर अन्य संबंधित सबूत हों, तो वो सात दिन के भीतर पुलिस को मुहैया कराके जांच में मदद करें.