चीन के घातक कोरोना वायरस से दुनियाभर में अब तक 3286 लोगों के मौत हो गई है। फिलहाल 95,483 लोग इसकी चपेट में है और यह आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है। इनमें सबसे ज्यादा 3013 मौत सिर्फ चीन में हुई हैं।

मौत के इस वायरस ने पिछले दो महीनों में चीन के अलावा भारत सहित 80 देशों को अपनी चपेट में ले लिया है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने इसे COVID-19 नाम दिया है। कोरोना वायरस का अभी तक कोई टीका या इलाज नहीं मिला है हालांकि वैज्ञानिक इसका इलाज खोजने में लगे हैं।

हालांकि डॉक्टर्स का कहना है कि घबराने की बात नहीं है लेकिन जितना हो सके सावधानियां बरतें। कोरोना के लिए अभी फिलहाल कोई एंटीडोट या दवा नहीं है लेकिन कुछ शुरुआती सावधानियां हैं जिससे कोरोना से बचा जा सकता है। इन्हीं सावधानियों में एक सावधानी है सही मास्क का चुनाव करने की।

मेडिकल स्टोर और अमेज़न व फ्लिप्कार्ट जैसे ऑनलाइन प्लेटफोर्म पर कई प्रकार के फेस मास्क बेचे जा रहे हैं। इनमें मेडिकल-ग्रेड पेपर से बने मास्क, सजावटी पेपर मास्क, पॉलीयूरेथेन पित्त मास्क, धोने योग्य कपड़े का मास्क और एलर्जी मास्क। लेकिन सवाल यह है कि क्या सभी तरह के मास्क कोरोना वायरस के खिलाफ सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं?

मास्क को केवल नाक के ऊपर पहना जाता है ठोड़ी के नीचे नहीं और न सिर्फ मुंह पर। ऐसा करने से नाक खुली रहती है और हवा पास होती रहती है। बेहतर मास्क भी गलत तरीके से पहनने पर सुरक्षा नहीं करता है।

कई लोग मास्क को बार-बार उतारकर डेस्क, फर्श, टेबल या किसी सतह पर रख देते हैं। आपको बता दें कि वायरस सतह से फैलता है। ऐसा करने से आपका मास्क दूषित हो सकता है।

बार-बार मोबाइल फोन, आईपैड, कीपैड या अन्य गैजेट को छूने के बाद मास्क को छूने से भी वो दूषित हो सकता है। इसलिए आपको बार-बार मास्क को छूने से बचना चाहिए।

बातचीत या खाने के दौरान मास्क को ठोड़ी के नीचे खींचना नहीं चाहिए। ऐसा करने से आपको कोई फायदा नहीं होने वाला है।

एक्सपर्ट मानते हैं कि किसी भी तरह का मास्क केवल एक दिन ही सुरक्षा दे सकता है क्योंकि इसमें मिट्टी के कण जाने से दूषित होने का खतरा होता है। आप जितने दिनों तक एक मास्क को पहनकर रखेंगे, वो उतना ही अधिक संक्रामक होता रहेगा। एक फेस मास्क को कभी भी एक दिन से अधिक समय तक नहीं पहनना चाहिए।