नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ शाहीन बाग में पिछले दो महीनों से प्रदर्शन चल रहा है. प्रदर्शन के कारण बंद रास्ते को खुलवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त वार्ताकार साधना रामचंद्रन शनिवार को चौथी दिन शाहीन बाग में प्रदर्शकारियों से बातचीत करने पहुंचीं. बातचीत के दौरान, प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे एक तरफ की सड़क खोलने के लिए तैयार हैं. प्रदर्शनकारी चाहते हैं कि उन्हें 24 घंटे सुरक्षा मुहैया कराई जाए और सुप्रीम कोर्ट इस संबंध में आदेश जारी करे. प्रदर्शनकारियों ने कहा, "उन्हें मीडिया और पुलिस पर भरोसा नहीं है, हम चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट हमारी सुरक्षा की जिम्मेदारी ले."

प्रदर्शनकारियों की मांग है कि शाहीन बाग और जामिया के लोगों के खिलाफ दर्ज केस को वापस लिया जाए. उन्होंने कहा कि पिछले दो महीनों में हुई हर घटना की जांच होनी चाहिए. वे चाहते हैं कि प्रदर्शन स्थल की सुरक्षा के लिए स्टील शीट का उपयोग किया जाए.

वार्ताकार साधना रामचंद्रन सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर शाहीन बाग पहुंची थीं और उन्होंने करीब डेढ़ घंटे प्रदर्शन स्थल पर बिताए और प्रदर्शकारियों से बातचीत की. कोर्ट ने रास्ता खुलवाने के लिए प्रदर्शकारियों से बातचीत के लिए वकील संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन को वार्ताकार बनाया था.

इससे पहले, शुक्रवार को हेगड़े और साधना रामचंद्रन ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत करते हुए कहा था कि हम सब देख रहे हैं और आपकी बात कोर्ट में उठाएंगे. वार्ताकारों ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि आप सड़क खोल दें फिर देखिए कितने रास्ते खुल जाएंगे.

इस बीच,सीएए को लेकर हो रहे प्रदर्शन की वजह से बंद नोएडा-फरीदाबाद सड़क को शुक्रवार को कुछ देर के लिए खोला गया था. हालांकि कुछ देर बाद इसे फिर बंद कर दिया गया.