नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे से पहले अहमदाबाद में जिन झुग्गियों के सामने दीवार बनाई गई थी वहां अब भूख हड़ताल शुरू हो गई है। केरल की सोशल वर्कर अश्वती ज्वाला ने शरणीव्यास स्लम के सामने बनी दीवार से पास इस भूख हड़ताल की शुरुआत की है। ज्वाला एक सामाजिक संगठन चलाती हैं जो विस्थापित और बुजुर्ग लोगों के को भोजन और आश्रय मुहैया कराता है।

द हिंदू से बातचीत में भूख हड़ताल के बारे में ज्वाला का कहना है कि उन्होंने समाचार पत्र में झुग्गियों को छुपाने के लिए गुजरात सरकार की तरफ से बनाई जा रही 600 मीटर की दीवार के बारे में पढ़ा था। उन्होंने बताया कि मुझे यह खबर पढ़ कर झटका लगा। इसके बाद मैंने झुग्गिवासियों के समर्थन में हड़ताल करने का फैसला लिया।

इसके बाद ज्वाला ने झुग्गीवासियों से मुलाकात की। इसके बाद उन्हें पता लगा कि पुलिस ने वहां रहने वाले लोगों को डराया है। ज्वाला का कहना है कि सरकार इन झुग्गिवासियों के साथ जो कर रही है वह किसी अत्याचार से कम नहीं है। ज्वाला का कहना है कि सरकार को यहां कई दशकों से रहने वाले झुग्गीवासियों का सही तरीके से पुनर्वास करना चाहिए।

मालूम हो कि अहमदाबाद नगर निगम ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के दौरे से पहले मोटेरा स्टेडियम के पास रहने वाले करीब 45 परिवारों को जगह खाली करने का नोटिस दिया था। इसके बाद उन परिवारों के सिर पर छत का संकट आ गया। हालांकि, इस बारे में अहमदाबाद नगर निगम का कहना है कि इन नोटिसों का ट्रंप के दौरे से कुछ भी लेना देना नहीं है।