रिपोर्ट-रमेश चन्द्र गुप्ता

बहराइच: वन विभाग व रेल प्रशासन ने प्राइवेट बस यूनियन के सहयोग से रेल लाइन को बंद करने का षडयन्त्र रचा है। वन विभाग द्वारा झूठी रिपोर्ट प्रस्तुत की गई कि नानपारा-मैलानी रेल मार्ग के संरक्षित वन क्षेत्र में वन्य जीवो को हानि पहंुची है। वहीं प्रत्येक प्रदेश में ट्रेन जंगलो से होकर गुजरने के बावजूद सिर्फ नानपारा-मैलानी रेल मार्ग को ही बंद करने का प्रयास क्यो किया गया। यह बाते भाजपा सांसद अक्षयवर लाल गोंड ने प्रेसवार्ता के दौरान कही।

सांसद श्री गोंड ने कहा कि बहराइच केे विकास के लिये जहां आमान परिवर्तन के तहत बहराइच को बड़ी लाइन किये जाने का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है और बड़ी रेल लाइन मार्ग को बहराइच-नानपारा होते हुए नेपालगंज तक ले जाने का प्रयास जारी था। ऐसे में बहराइच जिले के नानपारा-मैलानी रेल मार्ग को पूरी तरह से बंद किये जाने का प्रयास किसी षडयन्त्र का हिस्सा है। उन्होने कहा कि मेरा मानना है कि इस मार्ग पर ट्रेनो का संचालन बंद करने के पीछे वन विभाग व रेल प्रशासन के अधिकारियो व कर्मचारियो का हाथ है। वही इस मामले में दायर मुकदमे के पीछे बहराइच व लखीमपुर के प्राइवेट बस यूनियन वालो की भूमिका रही है।

एक प्रश्न के जवाब मे उन्होने कहा कि वन विभाग झूठ बोल रहा है कि संरक्षित वन क्षेत्र में रेल गुजरने से वन्य जीवो की मौत हुई है। जबकि वन जीवों जंगल के समीपवर्ती गांवो में प्रवेश कर ग्रामीणो को अपना शिकार बना रहे है इसके लिये वन विभाग को चाहिए कि वह गांवो व रेल मार्ग के किनारे बाड़ लगाकर वन जीवो को सुरक्षित करें। ट्रेनो का संचालन बंद करना कोई विकल्प नही है। उन्होने कहा कि नानपारा़-मैलानी रेल प्रखण्ड के 150 किमी0 लम्बे रेल मार्ग पर ट्रेन संचालन बंद न हो इसके लिये वह रेल मंत्री से मिले और सदन में भी बात रखी। रेल संचालन बंद होने से बहराइच, लखीमपुर के साथ नेपालगंज की जनता, स्कूली छात्र, किसान, व्यापारी, गरीब-मजदूर व रोजगार के सिलसिले में ट्रेन यात्रा कर आवागमन करने वाली करीब 20 लाख आबादी प्रभावित हो रही है। इसके अतिरिक्त नानपारा-मैलानी रेल मार्ग पर ट्रेन संचालन बंद होने से मिहींपुरवा रेलवे स्टेशन से प्रतिवर्ष 5 करोड़ की आय के साथ रेलवे प्रशासन को अरबो रूपयो के वार्षिक आय का भी नुकसान होगा।

उन्होने कहा कि मिहींपुरवा क्षेत्र में रेल बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले आयोजित जन आक्रोश आन्दोलन के दौरान उन्होने क्षेत्रीय जनता को आश्वासन भी दिया कि वह सड़क से लेकर सदन तक आमजन की लड़ाई लड़ेगे और न्यायालय व सरकार से भी उन्हें सफलता मिलेगी। उन्होने कहा कि एक ओर जहां हम कई वर्षो के लम्बे अन्तराल के बाद बड़ी रेल लाइन सेवा प्राप्त करने के मुहाने पर खड़े थे और वही दूसरी ओर हमारे क्षेत्रो में ट्रेन संचालन ही बंद कर दिया गया। लेकिन आमजन को किसी भी हाल मे हार मानने की जरूरत नही है जीत सिर्फ और सिर्फ हम सबकी होगी। उन्होने कहा कि आमजन के संघर्ष व उनके प्रयासो से जहां इस रेल मार्ग पर ट्रेन संचालन शीघ्र शुरू होगा वहीं बहराइच से नानपारा होते हुए नेपालगंज तक करीब 62 किमी0 लम्बे रेल मार्ग को बड़ी लाइन किये जाने का प्रयास जारी है।