नई दिल्ली: देश में IITs और IIMs जैसे शीर्ष और स्वायत्त संस्थानों को अब मोदी सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं का सोशल मीडिया के जरिये प्रचार-प्रसार करना होगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय की तरफ से शिक्षण संस्थानों को नॉन एकेडमिक एक्टिविटी के तहत सालभर स्वच्छ भारत मिशन जैसे फ्लैगशिप योजनाओं के को प्रोमोट करने के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करने के लिए कहा गया है।

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार सरकारी योजनाओं के प्रचार को लेकर केंद्र सरकार के इस निर्देश पर कॉलेज भड़के हुए हैं। खबर के अनुसार दिल्ली में हाल ही में एक वर्कशॉप आयोजित की गई थी। इसमें IITs, IIMs और IISERs व अन्य संस्थानों के सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर शामिल हुए थे।

उन लोगों से कहा गया कि वे अपने ट्विटर हैंडल के जरिये अपने कार्यक्रमों के साथ ही नियमित रूप से मंत्रालय की गतिविधियों को भी रीट्वीट करते रहें। आईआईटी के एक अधिकारी ने बताया कि उन लोगों से कहा कि सोशल मीडिया पर लोगों का ध्यान आकर्षित कराने के लिए एक दिन में कई बार रीट्वीट करना है। अधिकारी के अनुसार छात्रों के लिए अपने बिजी शिड्यूल में इस तरह के कामों के लिए समय निकालना मुश्किल है।

खबर के अनुसार आईआईटी के पूर्व निदेशक ने कहा कि शीर्ष संस्थानों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कराना मुश्किल है। छात्रों को सांस्कृतिक कार्यक्रमों की ट्रेनिंग देनी हैं लेकिन संस्थानों के पास क्लासिकल सिंगिंग या डांस का ट्रेनर नहीं है। इतना ही नहीं कई छात्र इन सब एक्टिविटी को करने को तैयार नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि आईआईटी में यह सब कुछ धीरे-धीरे लाया जा सकता है लेकिन रातोंरात कुछ नहीं हो सकता है।