बीजिंग: चीन के हुबेई प्रांत में कोरोना वायरस से 116 लोगों की मौत के साथ ही इस महामारी के कारण देश में मरने वालों की संख्या डेढ़ हज़ार तक पहुंच गई। स्वास्थ्य अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। प्रांतीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि बृहस्पतिवार को हुबेई में कोरोना वायरस के 4,823 नए मामले सामने आए।

शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि इनमें से 3,095 मामलों की नैदानिक पुष्टि हो चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक प्रांत में कुल पुष्ट मामलों की संख्या 51,986 पर पहुंच गई और इसके साथ ही देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 64,627 हो गए।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या नहीं बताई है। बृहस्पतिवार को आयोग ने घोषणा की कि चीन के हुबेई प्रांत में घातक कोरोना वायरस से एक ही दिन में रिकॉर्ड 242 लोगों की मौत हो गई।

चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्हें 31 प्रांतीय स्तरीय क्षेत्रों और शिनजियांग उत्पाद एवं निर्माण कोर की ओर से 15, 152 नये मामलों और 254 लोगों की मौत की रिपोर्ट मिली है। इनमें से 242 मौतें हुबेई प्रांत में हुईं। विदेशों में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 440 हो गई है। इससे फिलिपींस में एक व्यक्ति की मौत हुई है।

चीन के बाद जापान में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा 203 मामले सामने आए हैं। इनमें से अधिकतर लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद क्रूज जहाज में रखा है, जिनमें दो भारतीय शामिल हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूचओ) की 15 सदस्यीय टीम फिलहाल चीन में है और कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने के लिये स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों की मदद कर रही है।

इधर भारत में, डॉक्टरों ने खांसी और जुकाम जैसी बीमारी के लक्षणों वाले लोगों के साथ निकट संपर्क से बचने का सुझाव दिया है। दिल्ली में इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स के सीनियर कंसल्टेंट सुरनजीत चटर्जी ने कहा, 'कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए और साबुन से बार-बार हाथ धोना चाहिए।

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के अनुसार, संक्रमण को रोकने के मानकों में नियमित रूप से हाथ धोना, खांसते और छींकते समय मुंह और नाक को ढंकना, मांस और अंडे को अच्छी तरह से पकाना शामिल है। खांसी-जुकाम और सांस की बीमारी के लक्षण दिखाने वाले किसी भी व्यक्ति के पास जाने से बचें।